Delhi MCD Election 2022: दिल्ली में एमसीडी इलेक्शन का काउंटडाउन शुरू हो गया. चुनाव तैयारियां जोरों पर है. दिल्ली के तिमारपुर विधानसभा क्षेत्र में नॉर्थ एमसीडी के चार वार्ड हैं. जिनके नाम तिमारपुर, मलका गंज, जीटीबी नगर और मुखर्जी नगर हैं. इन वार्ड्स का जातिगत समीकरण जानिए.
नई दिल्ली: Delhi MCD Election 2022 – दिल्ली में एमसीडी चुनावों की तैयारियां जोरों पर है. दिल्ली के तिमारपुर विधानसभा क्षेत्र में नॉर्थ एमसीडी के चार वार्ड हैं- तिमारपुर, मलका गंज, जीटीबी नगर और मुखर्जी नगर. तिमारपुर में पिछले चुनाव में कांग्रेस की अमरलता सांगवान ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की कल्पना कुमारी को हराया था. वहीं, मलकागंज की सीट भी कांग्रेस की गुड्डी देवी ने जीती थी. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और नॉर्थ दिल्ली मेयर राजा इकबाल सिंह जीटीबी नगर से जीत कर आए थे और मुखर्जीनगर की सीट भी बीजेपी की पूजा मदान ने जीती थी.
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तिमारपुर में कुल 70 हजार 476 मतदाता हैं, जिनमें से 14 हजार 286 अनुसूचित जाति (एससी) समुदाय से हैं. मलकागंज में मतदाताओं की कुल संख्या 61 हजार 794 है जिनमें से 2 हजार 114 अनुसूचित जाति एससी) के वोटर हैं. वहीं, जीटीबी नगर में कुल 41 हजार 957 वोटर हैं जिनमें लगभग 3 हजार अनुसूचित जाति (एससी) मतदाता हैं मुखर्जी नगर में कुल 52 हजार 487 वोटर हैं और 5500 अनुसूचित जाति (एससी) मतदाता हैं. पिछले चुनाव में यहां दो सीटों पर को कांग्रेस तो दो पर बीजेपी का इस बार के चुनावी मुद्दों में इस इलाके के लिए समस्याओं का भंडार है.
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तिमारपुर वार्ड
तिमारपुर वार्ड में मतदाताओं की संख्या को लेकर बात करें तो अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) का ज्यादा बोल बाला है. यहां के निवासियों का कहना कि तिमारपुर वार्ड में आवारा पशुओं का ज्यादा जमावड़ा रहता है. लोगों ने कई बार इनको लेकर स्थानीय निगम पार्षद, निगम के अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन कोई असर नहीं हुआ.
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साथ ही इलाके में गंदगी की भरमार लगी रहती है. तिमारपुर वार्ड निवासी चंद्रभान का कहना है कि फूटपाथ पर अवैध कब्जे से लोग परेशान हैं. गलियों की सड़कें साफ सफाई की भी काफी कमी है. मच्छरों की भी इलाके में बड़ी समस्या है, जिनकी रोकथाम के लिए कोई खास नहीं होता है. विकली बाजार को लेकर भी काफी लोग परेशान है .
मलकागंज वार्ड
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मलकागंज वार्ड में एससी और ओबीसी मतदाताओं की संख्या ज्यादा है. सीट पर मौजूदा कैंडिडेट गुड्डी देवी कांग्रेस का हाथ छोड़ आम आदमी पार्टी मे शामिल हो गई हैं. गुड्डी देवी का दावा है कि उन्होंने अपने वार्ड में साफ सफाई पर काफी काम किया. लेकिन यहां के निवासियों की कुछ और ही राय है. मलकागंज मलकागंज वार्ड के निवासी जयभगवान गुप्ता कहते हैं कि वार्ड में पिछले 5 सालों में कोई खास काम नहीं हुआ. ना ही कभी नालियों की सफाई हुई और ना ही यहां के सीवरेज सिस्टम ठीक है. गलियों का हाल बुरा है, गलियों की सड़के टूटी-फूटी हैं.
जीटीबी नगर वार्ड
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जीटीबी नगर वार्ड में ज्यादातर पंजाबी मतदाताओं की संख्या है. कोचिंग हब के नाम से जाने-जाने वाला जीटीबी नगर वार्ड में भी लोग अतिक्रमण से ज्यादा परेशान है. यहां के निवासी राकेश बजाज का कहना है इलाके में गलियां तो ठीक हैं. मगर नालियों की सफाई ना होने के कारण बारिश के दिनों में जगह-जगह जलजमाव की स्थिति पैदा हो जाती है.
मुखर्जी नगर वार्ड
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मुखर्जी नगर वार्ड में पंजाबी मतदाताओं की सबसे ज्यादा संख्या है. यहां के निवासी हरिश पुरूथी कहते हैं कि इलाके में साफ-सफाई को लेकर मुख्य समस्या रहती है वार्ड काफी बड़ा है. उसके हिसाब से यहां सफाई कर्मचारी मौजूद नहीं होते जिसके कारण गंदगी की समस्या बनी रहती है. कोरोना काल में तमाम स्टूडेंट्स घर लौट गए जिससे इस इलाके का प्रमुख बिजनेस, कोचिंग और किराए का घर और खाना, ठप पड़ गया. अब धीरे-धीरे बिजनेस ठीक हो रहा है तो फिर उन्हीं समस्याओं से लोगों को दो-चार होना पड़ रहा है, जिसमें से प्रमुख है पार्किंग की समस्या.