अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में बढ़ाया गया बजट,अभी इतने प्रतिशत काम हुआ पूरा

12 Sep, 2022
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अयोध्या : श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया, ‘जब मंदिर का निर्माण शुरु हुआ तो अनुमान था कि इसकी लागत 400 करोड़ आ सकती है, लेकिन 18 महीनें के बाद अब इसकी लागत 1800 करोड़ आ सकती है. राम मंदिर निर्माण की लागत अनुमानित है, इसमें अभी भी संशोधन हो सकता है.’ 

अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण तेजी से हो रहा है. राम मंदिर के निर्माण में 1800 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की रविवार को सर्किट हाउस में हुई बैठक में कई अहम बिंदुओं पर सहमति बनी। बैठक में मंदिर के बाईलॉज और रामलला की मूर्ति के निर्माण पर भी मंथन हुआ। इसके साथ ही मंदिर के निर्माण का बजट 1800 करोड़ रुपये हो गया है।

ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय के मुताबिक बैठक में 3 मुख्य मुद्दों पर अंतिम निर्णय किया गया। उन्होंने बताया कि मंदिर के बाईलॉज को लेकर कई सुझाव मिले थे। बैठक में इसे अंतिम रूप दिया गया। अब भविष्य का कामकाज बाईलॉज के मुताबिक होगा। बाईलॉज में मंदिर मैनेजिंग कमिटी को उप समितियां गठित करने के अधिकार दिए गए हैं। बैठक में इसके अलावा मंदिर के बजट तथा सात और मंदिर बनाने के प्रस्तावों पर भी मुहर लगाई गई।

चंपत राय ने बताया कि यहां महर्षि वाल्मिकि, महर्षि विश्वामित्र व महर्षि अगस्त के साथ निषादराज व माता शबरी, जटायु को सम्मान पूर्वक पूजा के लिए स्थान पर चर्चा हुई, ट्रस्ट की नियमावली पर विचार किया गया, जिसमें कई प्रारुप व सुझाव आए, नियमावली को अंतिम रुप प्रदान किया गया. बैठक में ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास सहित 10 ट्रस्टी मौजूद थे.

इस बीच राम मंदिर की सुरक्षा का जिम्मा सीआईएसएफ के हवाले किए जाने की भी चर्चा है. केन्द्रीय बल के अफसरों के दौरे और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठकें हो चुकी हैं.

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर, 2019 को अयोध्या की विवादित जमीन पर रामलला विराजमान का हक मानते हुए फैसला मंदिर के पक्ष में सुनाया था। इसके साथ ही तत्कालीन चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली 5 जजों की विशेष बेंच ने राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए अलग से ट्रस्ट बनाने का आदेश दिया। इसके बाद 5 फरवरी, 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में ट्रस्ट के गठन का ऐलान किया।

ट्रस्ट का नाम ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ रखा गया। मंदिर के प्लिंथ का निर्माण पूरा हो चुका है। इसमें करीब 17 हजार घनफुट ग्रेनाइट के पत्थर लगे हैं। ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र के मुताबिक मुख्य मंदिर का निर्माण भी शुरू हो चुका है। सभी काम योजना के मुताबिक चल रहा है।

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