देश में लोकसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है. हिमाचल प्रदेश में सातवें और आखिरी चरण में चार सीट पर चुनाव होने हैं. लोकसभा चुनाव के साथ प्रदेश में छह विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव की भी घोषणा हो चुकी है. लोकसभा चुनाव से पहले नेता अपनी पार्टी से वफादारी भूल दूसरे दलों में शामिल हो रहे हैं. हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस से बगावत करने वाले छह बागी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं. लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने अपना कुनबा बड़ा कर लिया है. इसे हिमाचल भाजपा के ऑपरेशन लोटस की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है.
हिमाचल प्रदेश में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. पार्टी के 6 बागी विधायकों ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है. इनके साथ ही तीन बागी विधायकों ने भी बीजेपी ज्वाइन की है.
23 मार्च, 2024: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है। 6 विधायकों ने पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया है। इन विधायकों में राजेंद्र राणा, सुधीर शर्मा, रवि ठाकुर, इंद्र दत्त लखनपाल, चैतन्य शर्मा और देवेंद्र कुमार भुट्टो शामिल हैं।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश भाजपा राष्ट्रीय कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता में इन विधायकों को पार्टी में शामिल कराया। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी इस प्रेस वार्ता में मौजूद थे।
इन विधायकों ने कहा कि उन्होंने विकास के मुद्दे पर भाजपा में शामिल होने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व से प्रेरित हैं और राज्य के विकास में योगदान देना चाहते हैं।
“हमने अपना को ठगा हुआ महसूस किया और दूसरी तरफ विकास की गंगा बह रही थी। माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विकास की नीतियों को आगे बढ़ा रहे थे, हमने उनसे प्रभावित होकर भारतीय जनता पार्टी में ज्वाइन की।”
“यह एक महत्वपूर्ण कदम है और हम उम्मीद करते हैं कि हम भाजपा के साथ मिलकर राज्य के विकास में योगदान करेंगे।”
यह घटनाक्रम हिमाचल प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है। इन विधायकों के जाने से पार्टी की स्थिति कमजोर हो सकती है।