हरिद्वार में बैराज का गेट टूटा,यूपी के इन जिलों में बाढ़ का खतरा

17 Jul, 2023
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हरिद्वार / उत्तराखण्ड : हिमाचल प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में भारी बारिश के चलते यमुना नदी ने जमकर तबाही मचाई. अब यमुना का पानी थोड़ा कम हुआ तो गंगा नदी लोगों के लिए काल बन रही है.

उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते गंगा नदी का जलस्तर कई जगहों पर खतरे के निशान के निशान को पार कर चुका है. हरिद्वार में एक बैराज का गेट टूटने के बाद पानी का बहाव काफी तेज हो गया है. इससे उत्तराखंड के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. भारी बारिश के बीच जीवीके बांध परियोजना से लगातार पानी छोड़ा जा रहा जिसके चलते कई नदियों की धाराओं में पानी का बहाव तेज हो गया है.

भारी बारिश के कारण भूस्खलन होने से विभिन्न सड़कों पर यातायात बाधित हुआ जबकि अलकनंदा नदी पर बने बांध से भारी मात्रा में छोड़े गए पानी से देवप्रयाग में गंगा नदी खतरे के निशान को और हरिद्वार में चेतावनी स्तर को पार कर गई. पौड़ी जिले के श्रीनगर में अलकनंदा के चेतावनी स्तर से ऊपर बहने के कारण उस पर बनी जीवीके प्रोजेक्ट के बांध से सुबह 2000-3000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद बारिश से उफनाई गंगा के जलस्तर में जबरदस्त उछाल आया.

इसके कारण मेरठ तक बाढ़ की आशंका जताई गई है। साथ ही उत्तराखंड में आईएमडी की ओर से बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

जानकारी के मुताबिक, रविवार देर शाम हरिद्वार में गंगा नदी पर बने भीमगोडा बैराज का गेट नंबर 10 टूट गया। आशंका जताई जा रही है कि पानी के ज्यादा दबाव के कारण ये हादसा हुआ है। घटना के बाद यहां मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। उन्होंने बैराज के कंट्रोल रूम को इसकी जानकारी दी। बताया जाता है कि हरिद्वार में स्थित भीमगोडा बैराज उत्तर प्रदेश सरकार के अधीन है।

उत्तराखंड में बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी देहरादून मौसम विज्ञान केंद्र ने सोमवार को उत्तराखंड के सभी 13 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी देते हुए ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया है। वहीं, हरिद्वार में बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत कार्य जारी है. अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा मोचन बल, सेना और पुलिस रूड़की, भगवानपुर, लक्सर और हरिद्वार तहसीलों में अभियान चला रहे हैं. इन तहसीलों के 71 गांवों में 3,756 परिवार प्रभावित हुए हैं. इनमें से 81 परिवारों को राहत शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है। इन इलाकों में बाढ़ से पांच लोगों की मौत हो चुकी है. सात घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए और 201 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए।

अलकनंदा का जलस्तर भी बढ़ा

उत्तराखंड के श्रीनगर की जीवीके बांध परियोजना कंपनी से पानी छोड़े जाने के कारण अलकनंदा नदी में भी जलस्तर बढ़ गया है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ब्रिजेश भट्ट ने बताया है कि देवप्रयाग में गंगा नदी 20 मीटर और ऋषिकेश में 10 मीटर बढ़ गई है। जिला प्रशासन लोगों को लगातार अलर्ट कर रहा है। लोगों को नदी किनारे न जाने की अपील की गई है।

पहाड़ों पर अभी और बारिश की चेतावनी

भारतीय मौसम विभाग के अनुसार उत्तराखंड में अभी और बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है। आईएमडी के अनुसार, उत्तराखंड के सभी जिलों में बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस चेतावनी को देखते हुए राज्य सरकार ने सभी विभागों को क्षेत्र में निगरानी के लिए निर्देश दिए हैं।

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