नई दिल्ली: बीते सोमवार को पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में “द केरला स्टोरी फिल्म को बैन करने का ऐलान कर दिया। ममता बनर्जी ने फिल्म पर बैन लगाने की वजह बताते हुए कहा कि नफरत और हिंसा की किसी भी घटना से बचने और राज्य में शांति बनाए रखने के लिए ये किया गया है। प्रतिबंध का उल्लंघन करने वाले किसी भी सिनेमा हॉल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ममता बनर्जी ने आगे कहा “द कश्मीर फाइल्स” क्या है? यह एक वर्ग को अपमानित करना है और द केरला स्टोरी क्या है?… यह एक विकृत कहानी है।
फिल्म के निर्मताओं ने सुप्रीम कोर्ट का किया रुख

वहीं, अब आपको बता दें, फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ पर पश्चिम बंगाल में लगे प्रतिबंध को हटाने की मांग को लेकर निर्माताओं ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। उनकी ये भी अपील है कि तमिलनाडु सरकार सिनेमाघरों के बाहर सिक्योरिटी मुहैया कराएं ताकि द केरल स्टोरी स्क्रीन हो सके।मालूम हो, तमिलनाडु के मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ने इस फिल्म को लॉ एंड ऑर्डर के लिए खतरा बताते हुए बायकॉट किया है। एसोसिएशन ने बीते रविवार को राज्य में फिल्म की स्क्रीनिंग रोक दी थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, तमिलनाडु में कई राजनीतिक संगठनों ने थियेटर के मालिकों को फिल्म स्क्रीन न करने की धमकी दी है। जिससे राज्य में डर का माहौल बताया जा रहा है।
उत्तर – प्रदेश में ‘द केरला स्टोरी’ को किया गया टैक्स फ्री

बता दें, फिल्म को लेकर तमाम विवादों के चलते उत्तर- प्रदेश में फिल्म को टैक्स फ्री कर दिया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद ट्वीट कर फिल्म को टैक्स फ्री करने की बात कही। इससे पहले मध्य प्रदेश में फिल्म को टैक्स फ्री किया गया था। वहीं, महाराष्ट्र और दिल्ली में भी फिल्म को टैक्स फ्री करने की मांग उठाई जा रही है। महाराष्ट्र के नासिक में हिंदू सकल समाज का कहना है कि ‘द केरला स्टोरी’ से लव जिहाद की पूरी प्रक्रिया लोगों के सामने आ गई है। उम्मीद है कि सीएम एकनाथ शिंदे फिल्म को टैक्स फ्री कराएंगे। बता दें, जब किसी फिल्म को किसी राज्य में टैक्स फ्री किया जाता है तो इसका मतलब होता है कि संबंधित राज्य की सरकार उस फिल्म के टिकट की बिक्री पर अपने हिस्से का जीएसटी नहीं वसूलेगी।
तीन महिलाओं की आपबीती सुनाई गई है फिल्म में

‘द केरला स्टोरी’ केरल राज्य की पृष्ठभूमि पर आधारित फिल्म है। फिल्म में तीन महिलाओं की आपबीती सुनाई गई है, जिन्हें शादी के बाद इस्लाम कबूल करने के बाद ISIS शिविरों में तस्करी कर लाया जाता है। फिल्म में अदा शर्मा, योगिता बिहानी, सिद्धि इडनानी और सोनिया बलानी मुख्य भूमिकाओं में हैं। फिल्म के ट्रेलर के बाद दावा किया गया कि केरल की 32,000 महिलाएं लापता हो गईं और आतंकवादी समूह ISIS में शामिल हो गईं।
केरल की सीपीआई और कांग्रेस का आरोप था कि फिल्म झूठा दावा करती है

बता दें, रिलीज से पहले ‘द केरला स्टोरी’ का तमाम संगठन विरोध कर रहे थे। केरल की सीपीआई और कांग्रेस का कहना था कि फिल्म झूठा दावा करती है कि हजारों महिलाओं ने इस्लाम धर्म अपनाकर ISIS को जॉइन कर लिया। फिल्म पर बैन लगाने के लिए जमीयत उलमा-ए-हिंद आदि ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। यह भी मांग की गई थी कि फिल्म के डिस्क्लेमर में यह बताया जाए कि यह एक काल्पनिक कहानी है, लेकिन कोर्ट ने कोई राहत याचिकाकर्ताओं को नहीं दी।
फिल्म के प्रोड्यूसर का दावा है कि फिल्म की कहानी सच्ची है

हालांकि, विरोध के बाद, ट्रेलर में विवादास्पद चित्र को बाद में हटाया गया। इसके ट्रेलर विवरण को बाद में केरल की तीन महिलाओं की कहानी में बदल दिया गया। वहीं, दूसरी तरफ ‘द केरला स्टोरी’ के प्रोड्यूसर विपुल अमृतलाल शाह का कहना है कि फिल्म की कहानी सच्ची है। फिल्म का हर सीन सच्चा है लेकिन यह तीन लड़कियों से संबंधित है।