नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने कला, संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण के त्रिवेणी संगम पर एक अनूठा कदम उठाते हुए करोल बाग में ‘अजमल खान पार्क’ नामक एक अद्भुत ‘वेस्ट-टू-आर्ट’ पार्क की स्थापना की है। यह 4.5 एकड़ में फैला पार्क, 200 टन स्क्रैप धातु से निर्मित 20 प्रसिद्ध भारतीय स्मारकों और मंदिरों की प्रतिकृतियों से सुसज्जित है, जो न केवल कला और संस्कृति का उत्सव मनाता है, बल्कि कचरे के पुन: उपयोग के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण योगदान देता है।
पार्क की विशिष्टताएं:
- विश्व धरोहर स्थलों की प्रतिकृतियां: पार्क में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों जैसे कि महाबलीपुरम का शोर मंदिर, दिल्ली का लाल किला, तंजावुर का बृहदेश्वर मंदिर, गया का महाबोधि मंदिर, बीरभूम का शांतिनिकेतन, जयपुर का आमेर किला और एलीफेंटा गुफाओं के कुछ हिस्सों की प्रतिकृतियों का समावेश है, जो दर्शकों को भारत की समृद्ध विरासत की एक झलक प्रदान करते हैं।
- हरित आवरण: पार्क में 22,000 से अधिक पौधे लगाए गए हैं, जो इसे हरियाली से भरपूर बनाते हैं और प्रदूषण को कम करने में मदद करते हैं।
- प्रवेश शुल्क: 3 साल तक के बच्चों के लिए प्रवेश निःशुल्क है, 3-12 साल के बच्चों के लिए 25 रुपये और 12-65 साल के लोगों के लिए 50 रुपये। 65 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए प्रवेश निःशुल्क है।
- स्थान: करोल बाग, नई दिल्ली
पार्क का महत्व:
यह पार्क केवल एक मनोरंजन स्थल नहीं है, बल्कि यह कला, संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण के बीच एक महत्वपूर्ण संबंध स्थापित करता है। यह कचरे के पुन: उपयोग के माध्यम से रचनात्मकता और नवीनता को दर्शाता है, जो एक प्रेरणादायक उदाहरण है।
एमसीडी अधिकारियों के अनुसार:
- “यह पार्क शहर के लिए एक अद्वितीय संपत्ति है और हमें उम्मीद है कि यह न केवल दिल्लीवासियों को आकर्षित करेगा, बल्कि पर्यटकों के लिए भी एक प्रमुख आकर्षण बन जाएगा।”
- “यह पार्क कचरे के पुन: उपयोग के महत्व और कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के बारे में जागरूकता फैलाने में भी मदद करेगा।”
यह पार्क निश्चित रूप से दिल्ली में घूमने के लिए एक लोकप्रिय स्थान बन जाएगा और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
Deepa Rawat