नई दिल्ली: 08 मार्च, 2024 को, सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) ने 5वीं पीढ़ी के स्वदेशी स्टील्थ लड़ाकू विमान एएमसीए (एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट) के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की। यह भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है, जो देश की रक्षा क्षमताओं में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा।
एएमसीए:
एएमसीए एक एकल सीट, द्वि-इंजन वाला बहु-भूमिका वाला लड़ाकू विमान होगा।
इसमें अत्याधुनिक स्टील्थ तकनीक का उपयोग होगा, जो इसे दुश्मन के रडार से बचने में सक्षम बनाएगा।
यह सुपरसोनिक क्रूज गति प्राप्त करने में सक्षम होगा और इसमें डेटा फ्यूजन और मल्टी-सेंसर एकीकरण के साथ एक एईएसए रडार होगा।
यह हवा से हवा में, हवा से जमीन पर और हवा से समुद्र में मार करने वाली मिसाइलों से लैस होगा।
वैश्विक परिदृश्य:
वर्तमान में, केवल चार देशों के पास 5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान हैं:
अमेरिका: एफ-22 रैप्टर और एफ-35ए लाइटनिंग
चीन: J-20
रूस: Su-57
एएमसीए भारत को इस विशिष्ट समूह में शामिल करेगा।
महत्व:
एएमसीए परियोजना भारत की वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति का प्रतीक है।
यह भारत की हवाई सुरक्षा को मजबूत करेगा और इसे क्षेत्रीय शक्तियों के बीच एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित करेगा।
यह रक्षा क्षेत्र में स्वदेशीकरण को बढ़ावा देगा और रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा।
निष्कर्ष:
एएमसीए परियोजना भारत के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। यह भारत की वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति का प्रतीक है और देश की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
Sandeep upadhyay