केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार में उत्तराखंड को इस बार मौका मिलने की संभावना है। जिसके लिए 4 नाम सभी सुर्खियों में हैं। इसमें मुख्य रूप से तीरथ सिंह रावत जो अभी मुख्यमंत्री पद से विदा हुए हैं। इसके अलावा राज्यसभा सदस्य भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी, नैनीताल से सांसद अजय भट्ट, इसी साल मार्च में मुख्यमंत्री पद से हटाए गए त्रिवेंद्र सिंह रावत के नाम भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार में शामिल हैं।
उत्तराखंड में अगले वर्ष की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में माना जा रहा है उत्तराखंड समेत जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं वहां के भाजपा सांसदों व अन्य नेताओं को केंद्र में मंत्री पद दिया जा सकता है। इसे देखते हुए राज्य को केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार में जगह मिलने की तरह चर्चा तेज हो गई है केंद्र में वर्तमान में उत्तराखंड से हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक शिक्षा मंत्री है।
क्योंकि भाजपा सरकार में दो बड़े सियासी घटनाक्रम हुए हैं मार्च में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की विदाई हुई। उनके स्थान पर गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री पद की कमान सौंप दी गई अब उपचुनाव को लेकर संकट का हवाला देते हुए तीरथ सिंह को भाजपा हाईकमान ने हटाकर प्रदेश की बागडोर दूसरी बार के विधायक पुष्कर सिंह धामी को सौंप दी।
इसीलिए बार-बार नेतृत्व परिवर्तन को लेकर सवाल के बचाव में मंत्रिमंडल में कुछ प्रतिनिधित्व देकर सरकार यह चाहती है की सरकार के लिए उत्तराखंड महत्वपूर्ण हैं यही कारण है पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को पूर्व में केंद्र मंत्रिमंडल में लिए जाने की चर्चा तेज हो रही है।