उत्तरप्रदेश : मंगलवार, यानी 15 फरवरी को सीएम योगी ने इटावा में एक जनसभा को संबोधित किया, लेकिन इसके बाद जो रैली की तस्वीर उन्होंने अपने ट्विटर पर साझा की, उस पर ही बवाल हो गया। सीएम योगी ने रैली की तस्वीर को साझा करते हुए लिखा: “जनपद इटावा, इतिहास रचने जा रहा है… ‘आतंकियों के रहनुमा’ और अपराधियों के सरपरस्त’ यहां पस्त होंगे. इटावा ने ठाना है, हर बूथ पर कमल का फूल खिलाना है… धन्यवाद इटावा!”
इस ट्वीट में जो तस्वीर सीएम योगी ने साझा की , उसे पहली नजर में देखने से लग रहा है ये कोई आम रैली की हो , लेकिन वो कहते हैं ना की सोशल मीडिया पर बैठे लोग सब कुछ पकड़ लेते हैं, जिसके बाद लोगों ने इस तस्वीर को फोटोशॉप से एडिटेड बता दिया और कहा की मुख्यमंत्री महोदय भीड़ दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।
फैक्ट चेकर मोहमद जुबैर ने इटावा रैली की असली तस्वीर को साझा करते हुए लिखा: “फोटोशॉप! आज किसी को नौकरी से निकाला जाएगा.” अगर आप भी सीएम योगी के तस्वीर को ध्यान से देखें तो आपको मालूम पड़ेगा की रैली की भीड़ और सीएम योगी दोनो अलग अलग दिशा में देख रहे हैं. साथ ही तस्वीर में सीएम योगी की चित्र थोड़ी ब्लर भी है, जिससे यह स्पष्ट होता है की तस्वीर के साथ छेड़ छाड़ की गई थी, क्योंकि यह तस्वीर सीएम योगी ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से शेयर किया था, तो लोगों को मुख्यमंत्री जी पर तंज कसने का मौका भी मिल गया. कॉमेडियन कुणाल कमरा ने लिखा: “पांच हजार करोड़ का चंदा है आपकी पार्टी के पास, एक फोटोशॉप वाला तो हायर कर लेते”।
वहीं पत्रकार उत्कर्ष सिंह ने लिखा: “एक राज्य के मुख्यमंत्री को भीड़ दिखाने के लिए Photoshop का सहारा लेना पड़ रहा है. बस यही दिन देखना बाकी रह गया था”।
इसके अलावा रिटायर्ड आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने मजाकिया अंदाज में लिखा: योगी की भीड़, सस्ती फोटोशॉप. फोटोशॉप वाला भईया बोला: “इतने कम पैसे में इतनाइच मिलेंगा”।