International Yoga Day Gairsain: 21 जून को 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पूरे विश्व में उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण (भराड़ीसैंण), चमोली जिले में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन न केवल योग की प्राचीन भारतीय परंपरा को सम्मान देगा, बल्कि उत्तराखंड को योग और वेलनेस के वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से भाग लेंगे और उनके साथ 10 देशों के राजदूत भी योग सत्र में शामिल होंगे। यह आयोजन भराड़ीसैंण विधानसभा परिसर में होगा, जहां व्यापक तैयारियां अंतिम चरण में हैं।

सीएम धामी का योग के प्रति समर्पण
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी योग को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय रूप से कार्यरत हैं। वे 20 जून की दोपहर गैरसैंण पहुंच चुके हैं और रात्रि विश्राम भी वहीं करेंगे। सीएम धामी ने योग को न केवल शारीरिक व्यायाम, बल्कि आंतरिक शांति और आत्म-साक्षात्कार का माध्यम बताया है। उन्होंने कहा कि योग भारत की सनातन संस्कृति का आधार है और यह विश्व को स्वास्थ्य और सकारात्मकता का मंत्र देता है। धामी ने हाल ही में देहरादून में ‘रन फॉर योगा’ जैसे कार्यक्रमों में हिस्सा लेकर लोगों को योग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने के लिए प्रेरित किया है। उनके नेतृत्व में उत्तराखंड योग और वेलनेस पर्यटन का वैश्विक केंद्र बनने की ओर अग्रसर है।

International Yoga Day Gairsain: 10 देशों के राजदूतों की भागीदारी
इस वर्ष गैरसैंण में आयोजित होने वाले योग दिवस के कार्यक्रम को वैश्विक महत्व प्राप्त हुआ है, क्योंकि इसमें 10 देशों के राजदूत और उच्चायुक्त भाग ले रहे हैं। ये राजदूत 20 जून की दोपहर तक भराड़ीसैंण पहुंच जाएंगे। आयुर्वेदिक और यूनानी सेवा निदेशक डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि इस आयोजन में एक हजार से अधिक लोग शामिल होंगे। यह कार्यक्रम उत्तराखंड की योगभूमि की छवि को और मजबूत करेगा। राजदूतों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया, जो उत्तराखंड की आतिथ्य परंपरा को दर्शाता है। इस वैश्विक भागीदारी से योग का संदेश विश्व स्तर पर और प्रभावी ढंग से फैलेगा।

उत्तराखंड की योग नीति
गैरसैंण में योग दिवस के लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। विधानसभा परिसर को इस भव्य आयोजन के लिए सजाया गया है। उत्तराखंड सरकार ने हाल ही में ‘उत्तराखंड योग नीति 2025’ को मंजूरी दी है, जिसके तहत योग और ध्यान केंद्रों के विकास के लिए 20 लाख रुपये तक की सब्सिडी और अनुसंधान के लिए 10 लाख रुपये तक का अनुदान प्रदान किया जाएगा। यह नीति उत्तराखंड को योग और वेलनेस का वैश्विक केंद्र बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। सीएम धामी ने कहा कि इस नीति से लगभग 13,000 नए रोजगार के अवसर सृजित होंगे।