शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के सम्पादकीय में लिखा कि, क्या नेहरू को भी समन जारी किया जाएगा

05 Jun, 2022
Sachin
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नेशनल हेराल्ड मामले में लेन-देन कर्ज चुकाने के लिए किया गया था, कदाचार के लिए नहीं. इस पूरे मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी को आरोपी बनाया गया है. क्या नेहरू के नाम पर भी समन जारी होंगे और उनके स्मारक पर चिपकाए जाएंगे?

नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी को समन भेजा है. जिसके बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गये थे. इस बीच इस मुद्दे पर शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कटाक्ष किया है और पूछा है कि क्या पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को भी समन जारी किया जाएगा.  

मुखपत्र सामना में, शिवसेना ने लिखा कि, “पंडित नेहरू द्वारा शुरू किए गए नेशनल हेराल्ड का राजनीतिक महत्व बहुत पहले ही खत्म हो चुका है, लेकिन इस पर राजनीति अभी भी जारी है.” नेशनल हेराल्ड को स्वतंत्रता संग्राम के एक मिशन के रूप में शुरू किया गया था न कि पैसे कमाने और व्यवसाय के रूप में. सामना में लिखा गया है कि “यह अखबार देश के स्वतंत्रता संग्राम के लिए शुरू किया गया था और इसका मुख्य उद्देश्य अंग्रेजों को देश से बाहर निकालना था और साथ लोगों को एकजुट कर सरकार की गलत नीतियों का विरोध करना. नेहरू ने इस अखबार को वर्ष 1937 में शुरू किया था. उस समय नेहरू, महात्मा गांधी और सरदार पटेल इसके मुख्य स्तंभ थे. द हेराल्ड उस समय स्वतंत्रता संग्राम के मुखर प्रवक्ता के रूप में लोकप्रिय था. नेशनल हेराल्ड मामले को अब ज्यादा महत्व देने की जरूरत नहीं है.

शिवसेना के मुखपत्र सामना में, एक सम्पादकीय में केंद्र सरकार पर हमला बोला है

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इस केस में सोनिया और राहुल ही सुर्ख़ियों में रहे

शिवसेना के मुखपत्र ने लिखा, सुब्रमण्यम स्वामी ने आरोप लगाया कि एक कंपनी 50 लाख रुपये के बजाय 2000 करोड़ रुपये का मालिक बन गई, जिसका कोई व्यवसाय नहीं था. मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीस, सुमन दुबे और सैम पित्रोदा को भी इस कंपनी के अन्य निदेशकों को भी आरोपी बनाया गया था, लेकिन इस केस में सोनिया और राहुल सुर्खियों में रहे. इस पूरे मामले में कहीं भी मनी लॉन्ड्रिंग नहीं हुई. फिर भी, ईडी ने इसमें दखल दिया.  

नोटिस मिलने के बाद ही कुछ आत्माएं होंगी शांत

संपादकीय में आगे कहा गया है, नेशनल हेराल्ड मामले में लेन-देन कर्ज चुकाने के लिए किया गया था, कदाचार के लिए नहीं. इस पूरे मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी को आरोपी बनाया गया है. क्या नेहरू के नाम पर भी समन जारी होंगे और उनके स्मारक पर चिपकाए जाएंगे? पंडित नेहरू को ईडी और सीबीआई से नोटिस मिलने के बाद ही कुछ आत्माएं शांत होंगी.

शिवसेना के मुखपत्र सामना में, एक सम्पादकीय में लिखा क्या नेहरू के नाम पर भी समन जारी होंगे और उनके स्मारक पर चिपकाए जाएंगे?
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