मुख्य बिंदु:
लोकसभा चुनाव के बाद वाराणसी में महायोजना 2031 पर काम शुरू होगा।
14 मोहल्लों को वीडीए से बाहर कर श्री काशी विश्वनाथ अति विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद का हिस्सा बनाया गया है।
इन मोहल्लों में निर्माण के लिए श्री काशी विश्वनाथ अति विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद से अनुमति लेनी होगी।
रिंग रोड, एयरपोर्ट मार्ग, ग्रीन बेल्ट, ऊंची इमारतों, शहर के विस्तार, आदि पर ध्यान दिया जाएगा।
सारनाथ में 300 हेक्टेयर क्षेत्र को हेरिटेज जोन फ्री किया गया है।
सरकारी भवनों के आसपास 17.5 मीटर तक ऊंचाई का भवन बन सकेगा।
नए हाईवे फैसिलिटी जोन का प्रावधान किया गया है।
शासन से अनुमोदन मिलने के बाद नियम लागू होंगे।
विशिष्ट क्षेत्र के मोहल्ले:
लाहौरी टोला
धर्मकूप
मीरघाट
त्रिपुरा भैरवी
रानी भवानी गली
शकरकंद गली
कालिका गली
साक्षी विनायक
कोतवालपुरा
पठानी टोला
मणिकर्णिका
ब्रह्मनाल
पांच पांडवां
ज्ञानवापी
मंडलायुक्त का बयान:
मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि श्री काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद का हिस्सा बने मोहल्लों के संबंध में शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। वहां से अभी एप्रूवल नहीं मिला है। जब तक एप्रूवल नहीं मिलेगा तब तक वहां वीडीए ही कार्य देखेगा। चुनाव आचार संहिता के चलते अभी कोई नया काम नहीं होगा। भविष्य में जरूरत के अनुसार यहां तीर्थयात्रियों और भक्तों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर विकास कार्य कराए जाएंगे।
अधिकारियों का कहना:
महायोजना में शहर का विस्तार किया गया है। इसमें सभी क्षेत्रों को शामिल किया गया है। अति विशिष्ट क्षेत्र में होने वाले कार्य का दायित्व काशी विश्वनाथ अति विशिष्ट क्षेत्र विकास को है।
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी:
चुनाव आचार संहिता समाप्त होने के बाद निर्माण कार्य शुरू होंगे।
कई बड़ी कंपनियों ने रजिस्ट्री भी करा रखी है।
चार जून के बाद महायोजना के अनुसार निर्माण कार्य में तेजी दिखेगी।
काशी का विस्तार चौड़ाई और लंबाई दोनों में होगा।
शहर में केवल नौ पुरातात्विक स्थल हैं, जहां पर एएसआई से अनुमति लेनी होगी।