योगी सरकार खेल की पहली योजना ‘एक ज़िला, एक खेल’ शुरू करने वाली है. इस योजना का मक़सद प्रदेश में सभी पारम्परिक खेलों को बढ़ावा देकर युवाओं को बेहतर स्वास्थ्य की ओर ले जाना है.
नई दिल्ली: भारत में उत्तर प्रदेश की आबादी सबसे ज्यादा है लेकिन खेलों में उसका प्रतिनिधित्व लगभग शून्य है. इसलिए अब यूपी की योगी आदित्यनाथ की नेतृत्त्व वाली सरकार का दूसरा कार्यकाल खेल और खिलाड़ियों के लिए ख़ास रहने वाला है. योगी सरकार खेल की पहली योजना ‘एक ज़िला, एक खेल’ शुरू करने वाली है. इस योजना का मक़सद प्रदेश में सभी पारम्परिक खेलों को बढ़ावा देकर युवाओं को बेहतर स्वास्थ्य की ओर ले जाना है. यूपी की योगी 2.0 की सरकार पूरे एक्शन में दिखाई दे रही है जो उसने अपने दूसरे चुनाव प्रचार में वादा किया था वह अब उसे बड़ी तेजी से लागू करने में लगी है. उसने अपने दूसरे कार्यकाल के 100 दिन के एक्शन प्लान में इसे शामिल किया गया था.

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जहाँ एक तरफ यूपी की जनसंख्या विशाल होने के बाद भी देश के तमाम खेल में खिलाड़ियों की स्थिति शून्य हुआ करती थी लेकिन अब इस योजना से कुछ संख्या बढ़ सकती है. क्योंकि अब यूपी में खेल में रुचि रखने वाले युवाओं को अब एक नई योजना के जरिए प्रशिक्षण और कुछ राशि के तहत आर्थिक मदद दी जाएगी. यूपी सरकार एक जिला एक उत्पाद की सफलता के बाद इसी तर्ज पर “एक जिला, एक खेल” शुरू करने की तैयारी में है. इस योजना के लिए योगी सरकार ने केंद्र सरकार से अनुमति भी ली है. साथ ही यूपी के सभी जिलों के लिए एक-एक खेल विशेष तौर पर तय भी किया है.

माना जाता है कि प्रदेश में तमाम ऐसे खेल हैं जो काफी लोकप्रिय रहे हैं, लेकिन प्रोत्साहन और संसाधन की कमी से उनकी पहचान खत्म होती जा रही है. इसे देखते हुए मुख्यमंत्री योगी अदित्यानाथ ने खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए ओडीओपी योजना की तर्ज पर ‘एक जिला, एक खेल’ योजना शुरू करने के निर्देश दिए हैं. इसी कड़ी में खेल विभाग जिलेवार खेलों को चिह्नित कर रहा है.
सभी 75 जिलों में तैनात होंगे कोच
योजना के तहत जिले में जो सबसे लोकप्रिय खेल होगा प्रोत्साहित किया जाएगा और उससे संबंधित खिलाड़ियों की पहचान कर उनको प्रशिक्षण दिलाया जाएगा. खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने के लिए जिला, तहसील व ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षण शिविर लगाए जाएंगे.

कौन से खेल इस कैटेगरी में आयेंगे
इस योजना का उद्देश्य केवल गांव और जिलास्तर के खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाकर उनको प्रदेश, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ले जाना है. इन खेलों में हॉकी, बैडमिंटन, टेबिल टेनिस, लॉन टेनिस, एथलेटिक्स, कुश्ती, बॉक्सिंग, वेटलिफ्टिंग, तीरंदाज़ी, जूडो जैसे खेल हैं. जिलों में इनके लिए खेलो इंडिया सेंटर भी बनाए जाएंगे.

मंत्री ने आज बुलाई बैठक
खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चंद्र यादव ने मंगलवार को विभाग की पहली बैठक बुलाई और उस बैठक में प्रमुख सचिव व खेल निदेशक समेत सभी अधिकारियों को बुलाया गया है. बैठक में ‘एक जिला, एक खेल’ योजना के क्रियान्वयन समेत अन्य गतिविधियों पर चर्चा की गई.
