तमाम मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार असम में गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल में एकनाथ शिंदे के साथ महाराष्ट्र के कुल 42 विधायक मौजूद हैं. इसमें शिवसेना के 34 विधायक और 8 निर्दलीय विधायक शामिल हैं.
महाराष्ट्र: महाराष्ट्र में राजनीतिक घमासान के बीच अब टीएमसी की भी एंट्री हो गई है. गुवाहाटी के जिस होटल में शिवसेना के बागी विधायक ठहरे हुए हैं वहां आज तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है और भाजपा विरोधी नारे लगाने लगे हैं. इनका कहना था कि विधायकों की खरीद-फरोख्त की जा रही है जिसे रोका जाए. हमारे देश के लोकतंत्र के खिलाफ है. फिलहाल के लिए पुलिस ने इन्हें हिरासत में ले लिया है. बताया जा रहा है कि इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व असम तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष रिपुन बोरा कर रहे थे.
तमाम मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार असम में गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल में एकनाथ शिंदे के साथ महाराष्ट्र के कुल 42 विधायक मौजूद हैं. इसमें शिवसेना के 34 विधायक और 8 निर्दलीय विधायक शामिल हैं. रैडिसन ब्लू होटल में मौजूद महाराष्ट्र के बागी विधायकों ने पूर्व गृह राज्य मंत्री और शिवसेना नेता दीपक केसरकर से मुलाकात की. इन्हीं विधायकों के खिलाफ टीएमसी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन शुरु कर दिया.
टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने असम की सत्तारूढ़ भाजपा पर महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार को गिराने के लिए आरोप लगाया है. वहीं, टीएमसी ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने राज्य में भारी बाढ़ से प्रभावित लोगों की पीड़ा को कम करने के लिए कुछ नहीं किया है और दूसरी ओर विधायकों की खरीद पर उनका पूरा ध्यान लगा हुआ है?
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले गठबंधन को गिराने और नई सरकार को स्थापित करने के लिए महाराष्ट्र में इसे बीजेपी के ‘ऑपरेशन लोटस’ के रूप में देखा जा रहा है. लेकिन बीजेपी ने आधिकारिक तौर पर कहा है कि उसका संकट से कोई लेना-देना नहीं है. ये शिवसेना का अपना आंतरिक मामला है. लेकिन बागियों की मेजबानी तब से उन राज्यों में की जा रही है. जहाँ भाजपा सत्ता में हैं. इससे पहले वे गुजरात के होटलों में ठहरे थे और अब असम के गुवाहाटी के होटलों में ठहरे हैं. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि ये सरकार गिराने का खेल भाजपा के बहुत पुराना है उसने इससे पहले भी कांग्रेस की कई रज्यो९न में सरकार गिराई है और अब महाराष्ट्र में शिवसेना की सरकार गिराने में लगी हुई है.
और यह भी पढ़ें- उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर 100 करोड़ की मानहानि का मुकदमा दर्ज, असम की CM की पत्नी ने कराया केस दर्ज, जानिए पूरा मामला
उद्धव ने कहा विधायक चाहेंगे तो मैं सीएम पद छोड़ दूंगा
उद्धव ठाकरे ने बुधवार को कहा है कि वह कभी भी मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लिए तैयार हैं. हालाँकि उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में अपने इस्तीफे की आधिकारिक घोषणा नहीं की है. लेकिन उद्धव ठाकरे ने कल दिन में फेसबुक लाइव में कहा था कि अगर विधायक सामने आकर बोलें तो मैं इस्तीफा देने को तैयार हूं. उन्होंने कहा कि, मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए बेकरार नहीं हूं. मैं तो संयोग से सीएम बना हूँ. शरद पवार ने प्रस्ताव किया था कि मैं मुख्यमंत्री बनूं. उसके बाद में सीएम बना मैंने कभी सिर्फ अपनी नहीं चलाई बल्कि मैं सर्वसहमति से सीएम बना हूँ. हालांकि उद्धव का यह संबोधन महाराष्ट्र की जनता के नाम था लेकिन कुल मिलाकर यह संदेश बागी विधायकों और शिवसैनिकों को था.

एकनाथ शिंदे को शिवसेना विधायक दल का नेता नियुक्त करने के अलावा, बागी गुट ने एक प्रस्ताव में कहा है कि वैचारिक रूप से विरोध करने वाली कांग्रेस और शरद पवार की राकांपा के साथ गठबंधन को लेकर पार्टी कैडर में भारी असंतोष है.
Edited By: Deshhit News