बाहरी उतरी दिल्ली के अलीपुर थाना अंतगत गांव हमीदपुर, निवासी मुकेश ने अपना ट्रक बबलू नाम के शख्स को दे दिया और अलीपुर थाने में ट्रक चोरी की झूठी एफआईआर दर्ज करा दी। मुकेश ने बबलू से ट्रक देने के बदले में 9.50 लाख रुपये लिए। दोनों के बीच कुल 12 लाख रुपये का समझौता हुआ था। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने मुकेश को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 9 लाख रुपये बरामद कर लिए है।
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पुलिस बबलू की तलाश कर रही है। उसके पकड़े जाने के बाद ही पता लगेगा कि उसने ट्रक व उसमें लदे स्क्रैप का क्या किया। अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त संजय कुमार सैन के अनुसार आरोपी मुकेश ने 19 अप्रैल को गांव हमीदपुर, अलीपुर स्थित सोनू नामक व्यक्ति की पार्किंग से उसके ट्रक के चोरी होने की सूचना पुलिस को दी। इस बाबत अलीपुर थाने में एफआईआर दर्ज की गई। एसीपी रोहिताश कुमार की देखरेख में इंस्पेक्टर लिचमैन, एसआई देवेंदर, एएसआई परवीन, एएसआई महेंद्र व हवलदार सूर्य प्रकाश की टीम ने जांच शुरू की। टीम ने घटना की तारीख और समय से लेकर सभी सीसीटीवी फुटेज का बारीकी से विश्लेषण किया। साथ ही मुकेश के मोबाइल विवरण और बैंक खाते का भी विश्लेषण किया गया। जांच में मुकेश के बैंक खाते से कई संदेह पैदा हुए। इसके बाद हवलदार सूर्य प्रकाश ने उसके व्हाट्सएप डेटा की जांच की।
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इसमें बबलू नाम के व्यक्ति का मोबाइल नंबर मिला। उसने 18 अप्रैल को बबलू के मोबाइल नंबर को कॉल लॉग्स से हटा दिया था। मुकेश के कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) से पता चला कि उसने घटना के दिन बबलू से संपर्क किया था। मुकेश के यूट्यूब की जांच करने पर पता लगा कि उसने ये देखा कि एफआईआर कैसे दर्ज की जाए। इंस्पेक्टर लिछमन ने सख्ती से पूछताछ की तो आरोपी मुकेश ने कबूल किया कि लगभग 10-12 दिन पहले, उसने और बबलू ने तांबे के स्क्रैप से भरे अपने ट्रक की चोरी होने की साजिश रची थी। बदले में बबलू ने मुकेश को 12 लाख रुपये देने का वादा किया था।
रिपोर्टर : प्रदीप सिंह उज्जैन