गाजियाबाद में फिर गूंजेगा धर्म संसद का नारा, यति नरसिंहानंद ने किया ऐलान।

20 Mar, 2024
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परिचय:
हरिद्वार में हुई “विश्व धर्म संसद” के प्रमुख आयोजनकर्ता रहें “स्वामी यति नरसिंहानंद” ने आज हरिद्वार के सर्वानंद घाट पर हिंदू धर्म एवम् मानवता की रक्षा हेतु गाज़ियाबाद के डासना में स्थित ”शिव शक्ति” धाम में 18 से 21 दिसंबर से “विश्व धर्म संसद” आयोजन का ऐलान किया I

डासना के ”शिव शक्ति धाम” एक और “विश्व धर्म संसद” के आयोजन की घोषणा की है।
और इस “विश्व धर्म संसद” में समस्त हिंदू धर्मो पर आस्था रखने वालों को एकजुट कर हिंदू धर्म, हिंदू परंपरा की रक्षा करने पर विचार-विमर्श किया जाएगा।

बाइट – स्वामी यति नरसिंहा

आयोजन:
यति नरसिंहानंद ने चारों पीठों के शंकराचार्य को पत्र लिखकर धर्म संसद में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। उन्होंने कहा कि इसके बाद सभी 13 आचार्य महामंडलेश्वरों से भी आग्रह किया जाएगा।

यति नरसिंहानंद द्वारा ”विश्व धर्म संसद” के पुनः आयोजन की घोषणा का भविष्य में क्या परिणाम होंगे यह देखने की बात होगी। स्मरण रहें पूर्व में भीं वर्ष 2021 के दिसंबर माह में वेद निकेतन धाम में आयोजित “धर्म संसद” में यति नरसिंहानंद , जितेंद्र नारायण त्यागी (वासिम रिज़वी) व अन्य पर पहले से ही हेट स्पीच के आरोप को लेकर मुकदमा दर्ज हुआ था और जेल भी जाना पड़ा था।

2021 में हरिद्वार स्थित वेद निकेतन धाम में आयोजित धर्म संसद में भी उनके दिए गए भाषण को लेकर विवाद हुआ था।

प्रतिक्रिया:
यति नरसिंहानंद की इस घोषणा को लेकर विभिन्न प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। कुछ लोगों ने इसका समर्थन किया है, जबकि कुछ लोगों ने इसे अनावश्यक और विवादास्पद बताया है।

निष्कर्ष:
यति नरसिंहानंद के अनुसार उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर मे आने वालें देवबंद स्थित “दारुल उलूम” जैसी इस्लामी संस्था द्वारा हिंदू धर्म मानने वालें हिंदुओं के विरुद्ध “गज़वा ए हिंद” एजेंडा की स्वीकारोक्ति के बाद गाजियाबाद में धर्म संसद का आयोजन निश्चित रूप से एक महत्वपूर्ण घटना होगी। यह देखना बाकी है कि इस धर्म संसद में क्या होता है और इसका समाज पर क्या प्रभाव पड़ता है।

संदीप उपाध्याय

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