देश की राजधानी दिल्ली में सीवर से जुड़ा एक दर्दनाक हादसा सामने आया है, ये घटना उत्तरी-पश्चिमी दिल्ली के संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर के एक सीवर में काम करने गए तीन लोगों की दर्दनाक मौत की खबर सामने आई है
नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में सीवर से जुड़ा एक दर्दनाक हादसा सामने आया है, ये घटना उत्तरी-पश्चिमी दिल्ली के संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर के एक सीवर में काम करने गए तीन लोगों की दर्दनाक मौत की खबर आई है. वही दूसरी ओर रिक्शे वाले ने बहादुरी से बचाने की कोशिश की तो उसकी भी जान चली गई. जिन तीन कर्मचारी की सीवर में डूबने से मौत हुई है वह एमटीएनएल के लिए काम करते थे. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सीवर की जहरीली गैस की चपेट में आने से सभी चार लोगों की मौत हुई है.
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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जिनकी मौत हुई है वह तीन शख्स बच्चू सिंह, पिंटू और सूरज कुमार एक सीवर में वायर का काम करने गए थे, लेकिन तभी उनका दम घुटने लगा. उनकी मदद के लिए 38 वर्षीय रिक्शे वाले सतीश ने कोशिश की लेकिन वह भी गटर में फंस गया और काल के गाल में समा गए. सबसे पहले बच्चू और पिंटू सीवर में उतरे थे और सूरज सीवर के बाहर खड़ा हुआ था. सीवर के अंदर गए, बच्चू और पिंटू की जब आवाज आनी बंद हो गई तो सूरज भी उनको देखने के लिए सीवर के अंदर उतर गया. पास में खड़ा रिक्शा चालक सतीश यह सब देख रहा था. जब कुछ देर तक सीवर से कोई भी बाहर नहीं आया तो सतीश भी सीवर के पास पहुंचा और आवाज लगाई. जब अंदर से कोई आवाज नहीं आई तो सतीश भी सीवर में उतर गया और वो भी इन तीन कर्मचारियों के साथ वहां फंस गया. जिसके कारण उसकी भी मौत हो गई.
उत्तरी-बाहरी जिला पुलिस उपायुक्त बृजेंद्र यादव का कहना है कि एमटीएनएल की तार के मरम्मत कार्य के लिए तीन कर्मचारी सीवर लाइन में उतरे थे, जो सीवर में ही गिर गए. उनको बचाने के लिए सीवर में उतरा रिक्शा चालक भी सीवर में गिर गया. जिसके कारण उसकी भी मौत हो गई. इस घटना की खबर पुलिस को करीब शाम साढ़े छह बजे सूचना मिली. पुलिस कर्मी व दमकल विभाग के कर्मचारी की बॉडी सीवर से निकालने के कार्य में जुटे हुए हैं.
पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि कर्मचारियों की पहचान बच्चू सिंह, पिंटू और सूरज कुमार साहनी के रूप में हुई है, जबकि रिक्शा चालक की पहचान रोहिणी के सेक्टर-16 स्थित सदर कॉलोनी निवासी सतीश के तौर पर हुई है. उन्होंने बताया कि सीवर में लोहे का जाल है और यह एमटीएनएल की लाइन के नीचे है. ऐसी शंका है कि चारों लोग वहीं फंस गए होंगे. सीवर में जहरीली गैस होने के साथ रक्षात्मक उपकरणों के न होने के कारण इन तीनों की जान चली गई. अभी एनडीआरएफ की टीम इन चारों लोगों को मशीनों के इस्तमाल से सीवर को चौड़ा कर बाहर निकालने के लिए, कोशिश कर रही है. कुछ पत्रकारों से बातचीत में एक स्थानीय निवासी हरजिंदर सिंह ने बताया कि सतीश उसके दोस्त का भाई है. उसने कहा, हमें पता चला कि सतीश दूसरे लोगों की मदद करने के लिए सीवर में उतरा था. लेकिन वह भी इसके अंदर फंस गया.