देहरादून /उत्तराखंड : उत्तराखंड राज्य को आज नई सरकार मिल चुकी है। आठ अन्य मंत्रियों के साथ CM पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के 12वें CM के रूप में शपथ ली I नई कैबिनेट में धामी ने पांच पुराने चेहरों को बरकार रखा है तो तीन नए चेहरे भी शामिल किए हैं।
CM धामी का राजनीतिक सफर
2001 में जब भगत सिंह कोश्यारी 122 दिन के लिए मुख्यमंत्री थे, तब धामी उनके विशेष कार्यधिकारी यानी ओएसडी थे। इसके बाद 2002 से 2008 तक धामी उत्तराखंड भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष रहे। 2012 में पहली बार और फिर 2017 में दूसरी बार धामी विधायक चुने गए। जुलाई 2021 में धामी को मुख्यमंत्री बनाया गया। तब उनकी उम्र 45 साल थी। धामी के नाम उत्तराखंड का सबसे कम उम्र का मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड है।
अगर बात की जाय सबसे युवा मंत्री की सौरभ बहुगुणा तो दादा हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तर प्रदेश और पिता विजय बहुगुणा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के बेटे हैं. सौरभ की बुआ यानी हेमवती नंदन बहुगुणा की बेटी डॉ. रीता बहुगुणा जोशी भी उत्तर प्रदेश की सियासत में बड़ा चेहरा हैं। रीता जोशी यूपी कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं। इसके बाद योगी सरकार में मंत्री भी रहीं। अब वह प्रयागराज से भाजपा की सांसद हैं। सौरभ बहुगुणा सितारगंज विधानसभा से दूसरी बार जीत हांसिल की है .उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार नवतेज पाल सिंह को 10 हजार 938 वोटों से हराया है I
सुबोध उनियाल ने मंत्री पद की शपथ ली। सुबोध उनियाल नरेंद्रनगर से विधायक हैं। इससे पहले वह उत्तराखंड सरकार में कृषि मंत्री रहे हैं। पहले वह कांग्रेस पार्टी में थे। 2017 में इन्होंने भाजपा ज्वाइन की थी।
पूर्व उच्चशिक्षा मंत्री धनसिंह रावत ने मंत्री पद की शपथ ली। 2017 में पौड़ी गढ़वाल की श्रीनगर सीट से धनसिंह रावत पहली बार विधायक बने थे। रावत अपने विनम्र स्वभाव के लिए जाने जाते हैं।
गणेश जोशी ने मंत्री पद की शपथ ली। गणेश जोशी मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के रहने वाले हैं। इनका जन्म 1958 में मेरठ में हुआ था। मेरठ में उनके पिता स्वर्गीय श्याम दत्त जोशी भारतीय सेना के जवान के रूप में तैनात थे। गणेश जोशी 1976 से 1983 तक एक सैनिक के रूप में भारतीय सेना में रहे। वर्तमान में वे देहरादून में रहते हैं।
बागेश्वर विधायक चंदनराम दास ने मंत्री पद की शपथ ली। वह पहली बार मंत्रिमंडल में शामिल हो रहे हैं। चंदनराम दास लगातार चार बार विधायक रह चुके हैं। वह अपने सरल स्वभाव के लिए जनता के बीच खासा प्रसिद्ध हैं।
पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने मंत्री पद की शपथ ली। रेखा आर्य सोमेश्वर से विधायक हैं। रेखा आर्य 2003 में पहली बार जिला पंचायत सदस्य बनीं। 2017 में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले रेखा आर्या बीजेपी में शामिल हो गईं और बीजेपी के टिकट पर विधानसभा पहुंचीं।
कैबिनेट मंत्री पद की शपथ लेने वाले सतपाल महाराज चौबट्टाखाल सीट से विधायक बनें हैं और 2017 में भी वो मंत्री बनें थे। सतपाल महाराज 2014 में कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए थे।
प्रेम चंद्र अग्रवाल चार बार के विधायक हैं. वे बीजेपी सरकार में स्पीकर भी रहे हैं.
रितु खंडूड़ी भूषण को बनाया स्पीकर
वहीं, उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार महिला को विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया. पूर्व सीएम बीसी खंडूड़ी की बेटी रितु खंडूड़ी भूषण को बीजेपी ने विधानसभा अध्यक्ष का पद सौंपा.
प्रधानमंत्री मोदी ने पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनने पर बधाई दी। पीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, “उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर पुष्कर सिंह धामी जी को ढेरों बधाई। बीते 5 वर्षों में देवभूमि ने हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति की है। मुझे विश्वास है कि आप और आपके सभी मंत्री उसे और गति प्रदान करेंगे, जन आकांक्षाओं के अनुरूप विकास का एक नया प्रतिमान स्थापित करेंगे।”
वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने भी पुष्कर धामी को बधाई देते हुए ट्वीट कर लिखा कि, “उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर पुष्कर सिंह धामी जी व उनके पूरे मंत्रिमंडल को बधाई देता हूं। मुझे विश्वास है कि पीएम नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में जनकल्याण और विकास की जो यात्रा उत्तराखंड में चल रही है उसे ये सरकार पूरी निष्ठा, समर्पण और ऊर्जा से अनवरत जारी रखेगी।”