30 मार्च 2024, पोर्ट ब्लेयर: भारतीय सेना ने 30 मार्च 2024 को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में ब्रह्मोस मिसाइल का सफल परीक्षण किया। यह परीक्षण रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और भारतीय सेना द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था।

परीक्षण के बारे में:

स्थान: अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में एक अज्ञात द्वीप

लक्ष्य: वीरान द्वीप पर स्थित एक लक्ष्य

मिसाइल: ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल

रेंज: 450 किलोमीटर से अधिक

परीक्षण का महत्व:

यह परीक्षण भारत की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह मिसाइल भारत को अपनी समुद्री सीमाओं और हवाई क्षेत्र की रक्षा करने में मदद करेगी। यह भारत की रणनीतिक प्रतिरोध क्षमताओं को भी मजबूत करेगा।

ब्रह्मोस मिसाइल के बारे में:

ब्रह्मोस दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों में से एक है। यह मिसाइल विभिन्न प्रकार के प्लेटफार्मों से लॉन्च की जा सकती है, जिसमें जहाज, विमान और भूमि-आधारित प्रणाली शामिल हैं।

यह परीक्षण भारत की रक्षा तैयारियों में एक महत्वपूर्ण कदम है।

अतिरिक्त जानकारी:

DRDO: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन

भारतीय सेना: भारत की सशस्त्र बलों का सबसे बड़ा हिस्सा

ब्रह्मोस मिसाइल: भारत और रूस द्वारा संयुक्त रूप से विकसित

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह: बंगाल की खाड़ी में स्थित द्वीप समूह

रक्षा: देश की सुरक्षा

सुरक्षा: खतरों से सुरक्षा

परीक्षण: किसी चीज का मूल्यांकन करने के लिए किया गया प्रयोग

सफल: लक्ष्य को प्राप्त करना