समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को समाजवादी पार्टी के विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से नेता चुन लिया गया है. अब अखिलेश यादव विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में रहेंगे.

नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को समाजवादी पार्टी के विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से नेता चुन लिया गया है. अब अखिलेश यादव विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में रहेंगे. अखिलेश यादव को नेता विधानमंडल दल का प्रस्ताव वरिष्ठ नेता लालजी वर्मा ने दिया था. इसका समर्थन राजेन्द्र चौधरी ने किया और विधायक दल का नेता चुने जाने का प्रस्ताव वरिष्ठ समाजवादी नेता अवधेश प्रसाद ने रखा, जिसका समर्थन वरिष्ठ विधायक आलम बदी आजमी ने किया. उसके बाद में अखिलेश सर्वसम्मति से नेता चुन लिए गए हैं.

सपा के प्रमुख अखिलेश यादव अब यूपी की विधानसभा में होंगे नेता प्रतिपक्ष

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विधानसभा चुनाव के मैदान में पहली बार उतरे अखिलेश यादव ने मैनपुरी के करहल विधानसभा क्षेत्र से जीत दर्ज की है. करहल को समाजवादी पार्टी के लिए सबसे सुरक्षित सीट माना जाता है. इसलिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव इस खड़े हुए और आसानी से वह जीत दर्ज आकर गये हैं अब उनका रास्ता साफ़ हो गया है कि वह यूपी विधासभा में नेता प्रतिपक्ष बनेंगे. इसी के साथ आजमगढ़ से सांसद रहें अखिलेश यादव ने विधानसभा का चुनाव लडऩे के लिए लोकसभा से इस्तीफा दे दिया है. अखिलेश यादव से पहले बलिया के बांसडीह से विधायक रहे राम गोविंद चौधरी नेता प्रतिपक्ष हुआ करते थे लेकिन वह इस बार वह चुनाव हार गए हैं.

सपा के प्रमुख अखिलेश यादव, लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला को अपना त्याग पत्र देते हुए

करहल विधानसभा से की जीत दर्ज

दरअसल अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की करहल विधानसभा सीट से 2022 के विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज की है. अखिलेश यादव को 148196 वोट मिले. वहीं दूसरी ओर एसपी सिंह बघेल को 80692 वोटों से ही संतोष होना पड़ा और केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल को 67504 वोटों से हरा दिया. करहल उत्तर प्रदेश की सबसे हॉट सीटों में से एक थी. कभी मैनपुरी जिले की सीट से मुलायम सिंह यादव ने अपनी पार्टी की शुरुआत की थी. करहल विधानसभा क्षेत्र को यादव बाहुल्य सीट भी माना जाता था. अब तक यहां से सबसे ज्यादा यादव प्रत्याशी ही चुनाव जीतकर आएं हैं.

विधानसभा चुनाव के बाद चाचा से टकरार

सपा के विधायक दल की बैठक में जसवंतनगर से विधायक और अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव को नहीं बुलाया गया. जबकि शिवपाल सिंह ने जसवंत नगर का विधानसभा चुनाव एसपी के टिकट पर ही लड़ा था.  शिवपाल यादव ने कहा कि मैं दो दिन से मीटिंग होने का इंतजार कर रहा था लेकिन मुझे बैठक के बारे में सूचना नहीं दी गई. आगे उन्होंने कहा कि सभी विधायकों को पार्टी कार्यालय से फोन किया गया था लेकिन उन्हें कोई कॉल नहीं आया. इसके साथ ही शिवपाल यादव बोले कि आगे के कदम के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी जल्द ही वो देंगे.

सपा प्रमुख अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव

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