लंबे समय से अटकलें लगाई जा रही है कि प्रशांत किशोर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. हालांकि, इस बारे में सूत्रों का कहना है कि, सलाहकार की बजाये पार्टी में ही शामिल होना अभी एक अटकल ही है.
नई दिल्ली: आज कांग्रेस ने सभी वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई गई है. जिसमें चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने गांधी परिवार से मुलाकात की. सूत्रों के अनुसार इस मीटिंग में शामिल होने के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे, एके एंटनी, अंबिका सोनी, जयराम रमेश, मुकुल वासनिक, दिग्विजय सिंह और अजय माकन भी पहुंचे हैं. किशोर ने हाल ही में 2024 के आम चुनाव से पहले कांग्रेस को पुनर्जीवित करने के लिए गांधी परिवार के साथ फिर से बातचीत शुरू की है. लेकिन सबसे बड़ी बात यह भी है कि पहले भी कई दौर की बातचीत के बाद दोनों पक्ष अलग हो गए थे.

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रणनीतिकार के करीबियों ने कांग्रेस की इस बात का खंडन किया है कि बातचीत इस साल के अंत में गुजरात चुनाव पर केंद्रित है. उन्होंने आगे बताया कि कांग्रेस नेतृत्व और प्रशांत किशोर मुख्य रूप से 2024 के राष्ट्रीय चुनाव के खाके पर चर्चा कर रहे हैं. वहीं कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि गुजरात या किसी भी अन्य राज्य के चुनाव के लिए पीके ही जिम्मेदारी के अनुरूप होंगे.

मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि प्रशांत किशोर मई तक कांग्रेस पार्टी का दामन थाम सकते हैं. वहीं, कुछ रिपोर्ट में पीके की कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और यूपी की महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात करने की भी बात कही गई है. आपको बता दें कि इससे पहले भी प्रशांत किशोर के कांग्रेस में जाने की बात पर अटकलें तेज हुई थी, लेकिन कुछ वजहों से ऐसा नहीं हो पाया था. उस वक्त प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेतृत्व के साथ बातचीत होने की बात स्वीकारी भी थी. अब एक बार फिर से प्रशांत किशोर की कांग्रेस में जाने की अटकलें जोरों पर हैं.

क्या कांग्रेस में शामिल होंगे पीके
लंबे समय से अटकलें लगाई जा रही है कि प्रशांत किशोर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. हालांकि, इस बारे में सूत्रों का कहना है कि, सलाहकार की बजाये पार्टी में ही शामिल होना अभी एक अटकल ही है, लेकिन अभी इससे इंकार भी नहीं किया जा सकता है.
कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन की मांग
आपको बात दें कि विधानसभा चुनावों में करारी हार के बाद कांग्रेस नेतृत्व में बड़े स्तर पर परिवर्तन की बात तेज होने लगी है. इन सबके बीच प्रशांत किशोर की कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्त्व से बात होना कोई चौंकाने वाली नहीं है. गौरतलब है कि इससे पहल प्रशांत किशोर नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड में शामिल हुए थे. पार्टी में उन्हें बड़ा पद दिया गया था, लेकिन आखिरकार उन्हें जेडीयू से अलग होना पड़ा था.