नई दिल्ली: रविवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने 2024 में होने वाले चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी से प्रधानमंत्री पद के लिए नाम की घोषणा करते हुए प्रियंका गांधी को पीएम पद का सबसे सही उम्मीदवार बताया। उन्होंने कहा कि 2024 का चुनाव मुद्दों का चुनाव नहीं है बल्कि चेहरे और व्यक्तित्व का चुनाव है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को टक्कर देने के लिए देश की जनता के सामने कोई सशक्त चेहरा लाना पड़ेगा और वो चेहरा केवल और केवल प्रियंका गांधी वाड्रा है।
पीएम पद के लिए मोदी के सामने कोई लोकप्रिय नेता हो, तो भाजपा को शिकस्त दी जा सकती है – आचार्य प्रमोद कृष्णम

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि क्षेत्रीय दल अपने-अपने राज्यों में बड़ा कद रखते हैं, लेकिन राष्ट्रीय राजनीति में नरेन्द्र मोदी के खिलाफ प्रधानमंत्री पद के लिए कश्मीर से कन्याकुमारी तक सबसे लोकप्रिय चेहरा प्रियंका गांधी वाड्रा हैं। कृष्णम ने कहा कि कांग्रेस के बहुत से कार्यकर्ताओं की इच्छा है और देश की जनता के बीच भी यह संदेश है कि प्रधानमंत्री पद के लिए नरेन्द्र मोदी के सामने यदि कोई लोकप्रिय नेता हो, तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को शिकस्त दी जा सकती है।
मौजूदा राजनीतिक माहौल से हर कोई छुटकारा पाना चाहता है- आचार्य प्रमोद कृष्णम

उन्होंने कहा कि इस समय देश में जिस तरह का राजनीतिक माहौल है उससे हर कोई छुटकारा पाना चाहता है। उन्होंने कहा, ‘‘सबसे बड़ी समस्या यह है कि हम अपनी संस्कृति, सभ्यता और संस्कारों से दूर हो रहे हैं। राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति के लिए संस्कृति, सभ्यता एवं इतिहास की नई परिभाषा गढ़कर जनता को गुमराह किया जा रहा है।’’ कृष्णम ने कहा कि आज आवश्यक हो गया है कि गांधीवादी और देश को एकजुट रखने की चाहत रखने वाले लोगों को एकजुट होकर पूरी ताकत से 2024 के चुनाव में भाजपा के खिलाफ उतरना चाहिए।

भाजपा को बिना कांग्रेस के नहीं हराया जा सकता है – आचार्य प्रमोद कृष्णम
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि ‘विपक्षी एकता की जिम्मेदारी क्या केवल कांग्रेस की है, क्या रीजनल दलों का कोई कर्त्तव्य नहीं है। भाजपा को बिना कांग्रेस के नहीं हराया जा सकता है।’ वहीं, कांग्रेस के गढ़ से सपा के चुनाव लड़ने पर प्रमोद कृष्णन ने कहा, ‘अखिलेश यादव अमेठी और रायबरेली से चुनाव लड़ने पर स्वतंत्र हैं। उनके इस फैसले से ही ये साफ हो जाएगा कि कौन भाजपा के साथ है और कौन खिलाफ? अखिलेश के बयान बताते हैं की वह मोदी के साथ हैं।’ आगे कांग्रेस नेता ने 2024 में विपक्षी एकता पर कहा कि यह फैसला ममता और अखिलेश को करना है कि उन्हें मोदी चाहिए या सरकार। ऐसा लगता है इनके और मोदी के बीच कोई डील हो चुकी है। नियत क्या है ममता और अखिलेश की यह देखना होगा, अगर कांग्रेस को अलग कर चुनाव में उतरना चाहते है तो वह मोदी को दोबारा लाना चाहते हैं।
कौन है आचार्य प्रमोद कृष्णम?

आचार्य प्रमोद कृष्णम कांग्रेस के नेता हैं। प्रमोद कृष्णम का जन्म 4 जनवरी 1965 को उत्तर प्रदेश के संभल के गांव एंचोड़ा कम्बोह में ब्राह्मण परिवार में हुआ था। कांग्रेस ने इन्हें दो बार लोकसभा का चुनाव लड़ाया था। 2014 में संभल और दूसरी बार 2019 में लखनऊ से प्रत्याशी बनाया था। कांग्रेस की राजनीति में खासकर यूपी से कोई ऐसा नेता नहीं है जो राम मंदिर निर्माण को लेकर मुखर रहा हो जितना कृष्णम रहे हैं। राजनीति से ज्यादा इनके कल्कि पीठ की चर्चा होती है जो इन्होंने अपने गांव में बनाई है। कृष्णम कल्कि पीठाधीश्वर के रूप में जाने जाते हैं। टीवी चैनलों पर कांग्रेस का राजनीतिक स्टैंड रखने के अलावा चुनावी रैलियों में भी वे लोगों का ध्यान खींचते रहे हैं।