देहरादून : कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार को परेड ग्राउंड में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करने देहरादून पहुंचे।यहां उन्होंने जनरल बिपिन रावत को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद राहुल गांधी ने पूर्व सैनिकों को स्मृति चिन्ह देकर उनका सम्मान किया। रैली में राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। वहीं उत्तराखंड और अपने परिवार के बीच कुर्बानी का रिश्ता जोड़ा।कांग्रेस 16 दिसंबर को विजय दिवस के मौके पर सैनिक सम्मान कार्यक्रम में राहुल गांधी को उतारकर उत्तराखंड चुनाव में राष्ट्रवाद के एजेंडे को सेट करने का प्लान बनाया है। ताकि प्रदेश के सैनिक परिवार के वोटों को अपने पाले में लाया जा सके।
CDS जनरल बिपिन रावत को दी श्रद्धांजलि:
अपने संबोधन में राहुल गांधी ने सबसे पहले CDS जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सेना के जवानों की मृत्यु पर अपना शोक व्यक्त किया। राहुल ने अपनी यादें साझा करते हुए कहा कि जब मैं छोटा था, देहरादून के दून स्कूल में पढ़ा करता था। मैं यहां आपके साथ दो तीन साल रहा। आपने उस समय मुझे बहुत प्यार दिया।
राहुल गांधी कहा कि ये मत सोचिए कि हिंदुस्तान मजबूत हो रहा है। हेलीकॉप्टर, हवाई जहाज, तोप से देश मजबूत नहीं होता। देश मजबूत तब होता है, जब देश का नागरिक मजबूत होता है। जब देश में जनता बिना डरे बोल सके, तब मजबूत होता है। बांग्लादेश लड़ाई के समय देश मजबूत था। सेना और सरकार के बीच मे मजबूत रिश्ता था। हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था मजबूत थी। इसीलिए पाकिस्तान को 13 दिन में हराया। आज वह समय नहीं है। मीडिया वाले जितना भी कह लें। हवाई जहाज, टैंक से देश मजबूत नहीं होता। मैं वो दिन कभी नहीं भूल सकता जब मुझे स्कूल में बताया गया कि इंदिरा गांधी को 32 गोलियां लगी हैं। ऐसे ही बताया कि आपके पापा शहीद हो गए। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पारंपरिक ढोल-नगाड़ों के साथ सम्मान रैली में परेड ग्राउंड पहुंचे। इस दौरान उनके समर्थक भी साथ रहे। राहुल की रैली में CDS जनरल बिपिन रावत का कटआउट भी प्रमुखता से लगाया गया है। इसके साथ ही हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद हुए सभी सैनिकों, अधिकारियों और जनरल रावत की पत्नी का श्रद्धांजलि देते हुए होर्डिंग भी लगाया गया है। पूर्व सैनिकों को मंच पर स्थान दिया गया है। वहीं दोपहर 12 बजे से लोगों की भीड़ रैली के लिए जुटने लगी।
रैली के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि राहुल गांधी और बलिदान के बीच में एक अलग रिश्ता है। महावीर चक्र दीवान सिंह के बेटे, शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट के पिता भी मंच पर हैं। इंदिरा गांधी की ललकार ने अमेरिका के बेड़े को बंगाल की खाड़ी छोड़ने पर मजबूर कर दिया था। केदारनाथ आपदा में राहुल गांधी अकेले राष्ट्रीय नेता थे जो हमारे आंसू पोंछने आए। जब मैं सीएम बना तो राहुलजी ने कहा था कि बस एक जिम्मेदारी सौंप रहा हूं कि केदारनाथ आपदा के जख्म भरने हैं और आज लोग हमारी बनाई हुई गुफाओं में योग करने आते हैं। देवस्थानम बोर्ड की लड़ाई हमने तीर्थ पुरोहितों के साथ लड़ी। आज सभी पुरोहित धन्यवाद देने आए हैं।
आज दिल्ली में विजय दिवस कार्यक्रम में इंदिरा गांधी का नाम तक नहीं है। जिस महिला ने देश के लिए 32 गोलियां खाई…क्योंकि सच्चाई से मोदी सरकार डरती है। आपके सामने सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी की है। आपके लोग पलायन करते हैं। दूसरी मुश्किल महंगाई है। यह क्यों है? इंटरनेशनल मार्किट में तेल के दाम गिरते जा रहे हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा टैक्स हिंदुस्तान में है। नरेंद्र मोदी ने 10 लाख करोड़ रुपए आपसे छीनकर करोड़पतियों का कर्ज माफ किया है। आपकी जेब से जो पैसा निकल रहा है, वह देश के चंद अरबपतियों की जेब में जा रहा है, क्योंकार आएगी तो किसानों की मदद होगी, रोजगार देगी, कानून बनाएगी लेकिन किसानों के लिए बनाएगी। इतना कहकर राहुल गांधी ने अपना संबोधन समाप्त कर दिया।