रुड़की/हरिद्वार, अंतर्राष्ट्रीय प्रेरिका शिवानी जी ने मुरली कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली रोड मशोका फार्म में किया। “वाह जिंदगी वाह” कार्यक्रम के माध्यम से उन्होंने अपने अनमोल वचनों द्वारा लोगों को सदमार्ग का रास्ता दिखाया और बताया कि कैसे वे अपनी जिंदगी को आसान और सुखी बना सकते हैं।
कार्यक्रम की मुख्य बातें:
- ब्रह्मकुमारीज बहनों और शिवानी जी ने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
- प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक वक्ता और प्रेरक वक्ता राजयोगिनी बीके शिवानी ने कहा कि हम परिस्थितियों के गुलाम हो गए हैं।
- बहन शिवानी ने योग के चमत्कार विषय पर लोगों को बताया कि कैसे हम 2 मिनट के लिए शांत मुद्रा में बैठकर चारों तरफ से अपने मन को हटाकर भृकुटी के बीच ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। उन्होंने समझाया कि यहां तिलक लगाया जाता है हमें यह स्मृति दिलाने के लिए कि शरीर को चलाने वाली शक्ति “मैं” आत्मा है। यह शक्ति आंखों से दिखाई नहीं देती है, लेकिन बुद्धि के नेत्र से हम इसे महसूस कर सकते हैं। ध्यान केंद्रित करने पर हमें यहां पर चमकता हुआ सितारा दिखेगा।
- ध्यान मंत्र: “मैं शक्तिशाली आत्मा हूँ। शांति मेरा संस्कार है। स्मृति दिलाए बार बार अपने आप को। शांति मेरा स्वाभाव है। शांति मेरा संस्कार है।”
- शिवानी जी ने कहा कि हम हर परिस्थितियों का सामना कर सकते हैं। हमें अपने विचारों को हर किसी के लिए सकारात्मक रखना चाहिए।
- कार्यक्रम का स्वागत ब्रह्मकुमारीज बहनों ने किया।
- विशिष्ट अतिथि: माननीय विधायक प्रदीप बत्रा जी, श्री गोपाल नारसन जी, उद्योगपति जगदीश लाल पाहवा जी, एम आर अरोडा जी, दिगम्बर जैन जी, मीनू कश्यप, सीमा महेश्वरी जी, अजय जैन जी, सौरभ अग्रवाल जी और शशि अग्रवाल जी।
- हजारों की संख्या में हरिद्वार के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने दीदी माँ के प्रवचन सुने।
- कार्यक्रम का समापन शांतिपूर्वक हुआ।
यह कार्यक्रम लोगों के लिए प्रेरणादायी रहा और उन्हें जीवन जीने की कला सीखने में मददगार साबित हुआ।
सीमा कश्यप