वायएस विजयलक्ष्मी ने कहा, बेटी वायएस शर्मिला के साथ खड़े होने को लेकर ढेर सारी अटकलें, अफवाहें और अनावश्यक विवाद था जो तेलंगाना के लोगों के लिए वायएस राजशेखर रेड्डी के सपनों को पूरा करने के लिए अकेले संघर्ष कर रही हैं.
नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ दल वायएसआर कांग्रेस की मेगा मीटिंग के पहले दिन ही नाटकीय घटनाक्रम सामने आया जब पार्टी की मानद अध्यक्ष वायएस विजयलक्ष्मी (जिन्हें लोग विजयम्मा के नाम से भी पुकारते हैं) ने कहा कि वे आज से इस जिम्मेदारी पद मुक्त हो रही हैं. विजयलक्ष्मी ने कहा कि वे पड़ोसी राज्य तेलंगाना में अपनी बेटी वायएस शर्मिला के नेतृत्व वाले राजनीतिक अभियान से जुड़ने जा रही हैं. बता दें कि शर्मिला की पार्टी के अपने भाई के संगठन से ठंड रिश्ते हैं. यह ऐलान गुरुवार को पार्टी के अधिवेशन में वायएस विजयलक्ष्मी ने भाषण के अंत में किया, बाते जा रहा है कि जब उनकी मान ने इसकी घोषणा की तो उस वक़्त कार्यक्रम में उनके बेटे और आंध्र के सीएम वायएस जगनमोहन रेड्डी भी उपस्थित थे.
मैं हमेशा जगन के करीब रहूंगी
विजयम्मा ने शुक्रवार को पार्टी के अधिवेशन शुरूआती दिन में ही वाईएसआर कांग्रेस छोड़ने की घोषणा कर दी और कहा कि एक मां के तौर पर मैं हमेशा जगन के करीब रहूंगी. विजयम्मा ने कहा कि शर्मिला अपने पिता के आदर्शों को और आगे अकेले आगे बढ़ा रही हैं. अब वक़्त आ गया है कि मुझे उसका समर्थन करना होगा. मैं इस दुविधा में थी कि क्या मैं दो राजनीतिक दलों (दो राज्यों में) की सदस्य हो सकती हूं. वाईएसआर कांग्रेस के मानद अध्यक्ष पद पर बने रहना मेरे लिए मुश्किल है और साथ ही ये नैतिक रूप से उचित भी नहीं है.

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वायएस विजयलक्ष्मी ने कहा, बेटी वायएस शर्मिला के साथ खड़े होने को लेकर ढेर सारी अटकलें थी. जो तेलंगाना के लोगों के लिए वायएस राजशेखर रेड्डी के सपनों को पूरा करने के लिए अकेले संघर्ष कर रही हैं. इसलिए परिवार के अंदर मतभेदों के बावजूद भी मैंने वायएसआर कांग्रेस पार्टी छोड़ने का फैसला किया है. उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है कि वायएस जगन यहां सीएम के तौर पर पुन: चुने जाएंगे. मैं मुश्किल वक्त में अपने बेटे के साथ थी. अब वह अच्छे वक्त में हैं ऐसे में मैं खुद को मुश्किल वक्त में बेटी के साथ खड़ा नहीं होने का दोषी महसूस करती हूं. इसलिए अंतरात्मा की आवाज पर मैं पार्टी का मानद अध्यक्ष पद छोड़ रही हूं. मैं मां के रूप में अपने बेटे और आंध्र प्रदेश के लोगों के साथ रहूंगी.
उन्होंने कहा, मैंने कभी सोचा नहीं था कि ऐसी स्थिति पैदा होगी. मुझे नहीं पता कि ऐसा क्यों हुआ, लेकिन मुझे लगता है कि यह ईश्वर की मर्जी है. विजयम्मा ने कहा कि वह अपनी भूमिका को लेकर किसी भी तरह के विवाद से बचने के लिए वाईएसआर कांग्रेस के मानद अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रही हैं. मालूम है कि पिछले कुछ समय से खबरें आ रही थीं कि जगनमोहन रेड्डी और शर्मिला के बीच संपत्ति से जुड़े मुद्दों को लेकर सब कुछ ठीक नहीं है. खबरों के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों में दोनों के बीच कड़वाहट काफी बढ़ गई है और विजयम्मा अपने बेटे से अलग रह रही हैं.
Edited By: Deshhit News