समाजवादी पार्टी के संरक्षक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का आज दोपहर करीब 4 बजे सैफई में अंतिम संस्कार हुआ. आम जनता सुबह 10 बजे से ही मुलायम सिंह के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन कर रही थी. सैफई के मेला ग्राउंड में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था मुलायम सिंह यादव का शव
Mulayam Singh Yadav Cremation: मुलायम सिंह ने पहली बार 05 दिसम्बर 1988 को यूपी के मुख्यमंत्री (सीएम) के रूप में शपथ ली. वह 24 जून 1991 तक सीएम रहे थे. इसके बाद 05 दिसम्बर 1993 से 03 जून 1995 और अंतिम बार 29 अगस्त 2003 से 13 मई 2007 तक सीएम रहे थे. 2012 में सपा की सरकार बनीं, लेकिन उन्होंने पुत्र अखिलेश यादव को सियासी विरासत सौंप दी. उनको सीएम बनाया. मुलायम सिंह केंद्र सरकार में रक्षा मंत्री भी रहे थे.

मुलायम सिंह यादव सबसे पहली बार 1967 में विधायक बने. इसके बाद 1974, 1977, 1985, 1989, 1991, 1993, 1996 और 2003 में विधायक चुने गए.1982 से 1985 तक एमएलसी रहे. उस वक्त नेता विपक्ष की भी भूमिका निभाई. इसके बाद 1985 से 1987 तक विधानसभा में नेता विपक्ष रहे. मुलायम सिंह यादव ने सोशलिस्ट पार्टी से सियासी सफर शुरू किया. मगर, इसके बाद लोकदल और जनता दल में भी रहे थे. उन्होंने 1992 में समाजवादी पार्टी (सपा) का गठन किया.

समाजवादी पार्टी के संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का आज दोपहर 4 बजे सैफई में अंतिम संस्कार हो चूका है. ऐसे में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, डिप्टी सीएम केशव मौर्य, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत भी सैफई पहुंचें
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने दी श्रद्धांजलि
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि दी. इसके अलावा छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि अर्पित की.
पंचतत्व में हुए विलीन
आखिर कर धरती पुत्र मुलायम सिंह यादव का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया है और बेटे अखिलेश यादव ने उन्हें अपने हाथों से मुखाग्नि दी.
Edited By Deshhit News