ब्राउन यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र विषय में स्नातक कर आकाश अंबानी पहले से ही चेयरमैन के नाते काम देख रहे थे. मुकेश अंबानी का चेयरमैन पद से उनका इस्तीफा भी बोर्ड ने अब स्वीकार कर लिया है. इस नियुक्ति को नई पीढ़ी को नेतृत्व सौंपने के तौर पर देखा जा रहा है.
नई दिल्ली: मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो इंफोटेक लिमिटेड के मैनेजमेंट में बहुत बड़ा फेरबदल हुआ है. मार्केट रेगुलेटरी सेबी (SEBI) को दी गई आधिकारिक जानकारी में रिलायंस जियो ने बताया कि 27 जून 2022 को बोर्ड की मीटिंग रखी गई थी. मीटिंग में रिलायंस जियो के बोर्ड ने आकाश अंबानी को कंपनी का चेयरमैन नियुक्त करने की मंजूरी दे दी है. आपको बता दें कि मुकेश अंबानी ने 27 जून से प्रभावी कंपनी के निदेशक के रूप में इस्तीफा दे दिया है.

पंकज मोहन होंगे मैनेजिंग डायरेक्टर
पंकज मोहन पवार 27 जून से कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर का पद संभाल लिया है. अगले पांच साल तक पंकज मोहन मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर रहेंगे. वहीं, एडिशनल डायरेक्टर रामिंदर सिंह गुजराल और के.वी. चौधरी अब स्वतंत्र निदेशकों को तौर पर काम देखेंगे. शेयरधारकों के अप्रूवल के बाद ही यह नियुक्तियां मान्य होंगी. मुकेश डी. अंबानी ने 27 जून, 2022 को अपने पद से इस्तीफा देने के बाद अब कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के चैयरमैन आकाश एम. अंबानी को गैर- कार्यकारी निदेशक की नियुक्ति को मंजूरी दी गई है.
जियो में आकाश अंबानी का योगदान
ब्राउन यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र विषय में स्नातक कर आकाश अंबानी पहले से ही चेयरमैन के नाते काम देख रहे थे. मुकेश अंबानी का चेयरमैन पद से उनका इस्तीफा भी बोर्ड ने अब स्वीकार कर लिया है. इस नियुक्ति को नई पीढ़ी को नेतृत्व सौंपने के तौर पर देखा जा रहा है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जियो के 4G इको सिस्टम को खड़ा करने का श्रेय काफी हद तक आकाश अंबानी को जाता है. वर्ष 2020 में दुनिया भर की बड़ी टेक कंपनियों ने जियो में निवेश किया था, वैश्विक निवेश को भारत लाने में भी आकाश अम्बानी काफी मेहनत करते हैं. हालांकि मुकेश अंबानी अभी जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड के चेयरमैन बने रहेंगे.

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2002 में मुकेश अंबानी ने संभाली थी कमान
पिता धीरूभाई अंबानी के निधन के बाद बड़े भाई मुकेश अंबानी के तौर पर 2002 में रिलायंस के चेयरमैन का पदभार संभाला था. हालांकि उनकी पीढ़ी की सफलता काफी उथल-पुथल के दौर से गुजरी थी और यहीं उथल-पुथल का परिणाम अंतत: रिलायंस समूह के विभाजन के रूप में हुआ था. मुकेश अंबानी उस स्थिति को टालना चाहते हैं. लेकिन उनके तीन बच्चे, आकाश, ईशा और अनंत रिलायंस के टेलिकॉम, रिटेल और एनर्जी बिजनेस में शामिल हैं. मुकेश अंबानी ने अपने बच्चों के बारे में एक बार कहा था, मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि आकाश, ईशा और अनंत, तीनों अगली पीढ़ी के लीडर बनकर रिलायंस को और भी अधिक ऊंचाइयों तक ले जाएंगे.
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