बात होते आवाज बन्द होने एवं साफ सुनाई ना देने के साथ ही नेट स्पीड ना मिलने की शिकायत
पलिया क्षेत्र के अंतर्गत स्थित सम्पूर्णानगर क्षेत्र में इन दिनों मोबाइल नेटवर्क बेपटरी हुआ पड़ा है परन्तु विभिन्न टेलीकॉम कम्पनियों के क्षेत्र में स्थित जिम्मेदार बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे हैं जिससे क्षेत्र के मोबाइल उपभोक्ताओं में रोष पनप रहा है। क्षेत्र में बीते माह बाढ़ आई थी उसी दौरान से नेटवर्क व्यवस्था इस कदर बेपटरी हुआ है कि जल्दी फोन ना लगने, लग जाये तो रुक – रुक कर आवाज आने, आवाज साफ ना आने एवं डाटा स्पीड ना मिलने के कारण ऑनलाइन के इस दौर में लोग मोबाइल से महत्वपूर्ण कार्य नहीं कर पा रहे हैं। डाटा स्पीड बेहद स्लो होने के चलते उपभोक्ता मोबाइल का उपयोग मनमाफिक नहीं कर पा रहे हैं।
ऑनलाइन शिक्षा लेने वाले विद्यार्थियों को भी पढ़ाई में दिक्कतें आ रही हैं। क्षेत्र में मुख्य रूप से जिओ एवं एयरटेल के उपभोक्ता हैं इसके बाद बीएसएनएल का नम्बर आता है । 5 जी के नाम पर क्षेत्र के अधिकांश उपभोक्ताओं ने 4 जी वाले सस्ते मोबाइल को बदलकर महँगे दाम खर्च कर 5 जी फोन तो ले लिए परन्तु 4 जी का नेटवर्क भी सुचारू रूप से नहीं मिल रहा । बावजूद हालही में जिओ एवं एयरटेल ने रिचार्ज के दामों में बढ़ोतरी कर दी है। क्षेत्रीय मोबाइल उपभोक्ता वर्तमान नेटवर्क व्यवस्था एवं रिचार्ज के मूल्य में बढ़ोतरी के चलते नाखुश नजर आ रहे हैं। जिओ एवं एयरटेल ने वर्तमान में क्षेत्र की चरमराई नेटवर्क व्यवस्था को जल्द सुढृढ़ नहीं किया तो लोग अन्य विकल्प चुनने को मजबूर होंगे। आज के दौर में जब गैस बुकिंग, रेलवे एवं जहाज के टिकट बुकिंग के साथ ही ऑनलाइन खरीदारी एवं भुगतान, कोटा से राशन उठान आदि के लिए पूरी तरह मोबाइल नेटवर्क पर निर्भर हैं और टेलीकॉम कम्पनियाँ 28 का महीना बनाकर मनमाना दाम वसूल रही हैं तो फिर बेहतर नेटवर्क देने में दिक्कत ही क्या है ? इन टेलीकॉम कम्पनियों द्वारा सीधा – सीधा उपभोक्ता अधिकारों का हनन किया जा रहा है ।जिसपर सरकार को ध्यान देना चाहिए ।
भानपुरी कालोनी ( खजुरिया ) निवासी जिओ उपभोक्ता कुतुबुद्दीन अंसारी का कहना है कि खजुरिया क्षेत्र में करीब 20 दिन पहले बाढ़ आई थी ऐसे मुसीबत में जब लोगों से सपंर्क बनाये रखने का एकमात्र साधन मोबाइल था तब दो दिन बिल्कुल भी नेटवर्क नहीं रहा। पुनः नेटवर्क आने के बाद से फोन पर ना तो ठीक से बात हो रही है और ना डाटा स्पीड ही मिल रहा है। वर्तमान नेटवर्क व्यवस्था में जल्द सुधार किया जाए। अन्यथा की स्तिथि में उपभोक्ता दूसरे विकल्प को अपनाने के लिए मजबूर होगे । जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी सम्बन्धित टेलीकॉम कंपनियों की होगी ।
क्षेत्र के गोविन्द नगर निवासी अरुणेश अग्निहोत्री का कहना है कि हमारा गाँव ब्लाक से करीब 40 किमी दूर है क्षेत्र में बाढ़ आने पर सबसे पहले हमारे गाँव में आती है अभी बीते माह पूरा गाँव डूब गया था ब्लाक एवं जिले के अधिकारियों, रिश्तेदारों, मददगारों से संपर्क का एकमात्र साधन मोबाइल था कई दिन नेटवर्क नहीं रहा जबसे आ रहा है ना ठीक से बात हो रही है और ना डाटा ही बेहतर चल रहा है जबकि रिचार्ज के दाम बढाकर हमें क्यों लुटा जा रहा?
ऋषभ जाटव छात्र
बीए छात्र ऋषभ जाटव ने जानकारी देते हुए बताया कि मैं अपने कोर्स की पढ़ाई के साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए ऑनलाइन पढ़ाई करता हूँ। परन्तु नेटवर्क की समस्या के चलते ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान वीडियो रुकने एवं साइटें जल्द ना खुलने की वजह से काफी वक्त जाया जाता है।
कोटा से राशन के सहारे जीविकोपार्जन करने वाले दैनिक मजदूर अश्विनी कुमार निवासी डीएम कालोनी का कहना है कि प्रत्येक माह मशीन में अंगूठा लगाने पर राशन मिलता है नेटवर्क न होने के चलते कभी दिन भर तो कभी कई – कई दिन चक्कर काटना पड़ता है। राशन मूल्य से ज्यादा की मजदूरी का नुकसान होता है नेटवर्क में सुधार होना चाहिए।