संत समाज में आक्रोश, मथुरा में सांप्रदायिक तर्ज़ पर चेतावनी
मथुरा के लोकप्रिय धार्मिक संत प्रेमानंद महाराज को एक युवक ने फेसबुक पर गर्दन काटने की धमकी दी है। धमकी देने वाला युवक सतना (मध्य प्रदेश) का निवासी है और उसने खुद को सोशल मीडिया प्रोफाइल पर पत्रकार बताया है।

पोस्ट में लिखा गया
“अगर मेरे घर के बारे में बोलता तो प्रेमानंद होता या कोई और, मैं उसकी गर्दन उतार लेता।”
क्यों हुआ विवाद?
12 जून को वायरल हुए एक वीडियो में संत प्रेमानंद महाराज ने समाज में बढ़ते “बॉयफ्रेंड-गर्लफ्रेंड कल्चर”, लिव-इन रिलेशनशिप और चरित्रहीनता पर चिंता जताई थी।
उन्होंने कहा था कि:
“चार-चार लोगों से संबंध रखने की आदत हो गई है। फिर शादी के बाद एक व्यक्ति को स्वीकारना कठिन हो जाता है।”
उनका कथन पारंपरिक मूल्यों की रक्षा की दृष्टि से था, लेकिन कुछ लोगों ने इसे “संवेदनशील विषयों पर निजी आस्था और जीवनशैली पर हमला” मान लिया।
धमकी के बाद प्रतिक्रिया
फलाहारी बाबा (श्रीकृष्ण जन्मभूमि न्यास)
“कोई भी व्यक्ति संत प्रेमानंद महाराज की तरफ आंख उठा कर देखेगा, बर्दाश्त नहीं करेंगे। ऐसे लोगों की गोली हम खुद झेल लेंगे।”
महंत रामदास महाराज
“साधु को धमकी देना धर्मद्रोह है। भारत की पवित्र परंपराओं को नष्ट करने की साजिश है।”
धर्म रक्षा संघ अध्यक्ष सौरभ गौड़
“यह एक साजिश है, सरकार तुरंत इस व्यक्ति को गिरफ्तार करे और सख्त कार्रवाई करे।”
क्या कहता है कानून?
इस मामले में भारतीय दंड संहिता की IPC 506 – आपराधिक धमकी, IPC 153A – धर्म के आधार पर द्वेष फैलाना, IPC 295A – धार्मिक भावनाएं आहत करना IT Act Section 66 – ऑनलाइन धमकी व डिजिटल अपराध धाराएं लग सकती हैं
प्रेमानंद महाराज कौन हैं?
- जन्म: अखरी गांव, नरवल, कानपुर
- असली नाम: अनिरुद्ध कुमार पांडे
- मात्र 13 साल की उम्र में घर त्याग, संन्यास लिया
- देशभर में लाखों अनुयायी
- विषय: सनातन धर्म, चरित्र निर्माण, गौ रक्षा, ब्रह्मचर्य, सनातन संस्कृति
- भविष्यवाणियां और स्पष्ट भाषणों के लिए प्रसिद्ध
क्या अब धार्मिक टिप्पणी करना भी खतरे से खाली नहीं?
इस मामले ने फिर से यह सवाल खड़ा किया है: क्या भारत में धार्मिक संतों को अपनी बात कहने की स्वतंत्रता है? या जो परंपरागत मूल्य सिखा रहे हैं, उन्हें अब ऑनलाइन उग्रता का सामना करना होगा?