नई दिल्ली: बाहरी उत्तरी दिल्ली के नरेला औद्योगिक क्षेत्र के जी ब्लॉक में स्थित एक फैक्ट्री में बुधवार को भीषण ब्लास्ट हुआ, जिसमें कई लोग घायल हो गए। जानकारी के मुताबिक, ब्लास्ट में 90% से अधिक लोग जल गए हैं।
सूत्रों के अनुसार, फैक्ट्री में नट-बोल्ट का काम होता था, जिन्हें चमकाने के लिए जिंक पाउडर का इस्तेमाल किया जाता था। ब्लास्ट के समय कुछ लोग केमिकल टैंक के अंदर गिर गए, जिसके कारण वे बुरी तरह जल गए।
घायलों को नरेला के सत्यवर्धन राजा हरिश्चंद्र अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनका इलाज चल रहा है।
यह हादसा नरेला औद्योगिक क्षेत्र में अवैध रूप से चल रही फैक्ट्रियों की ओर ध्यान खींचता है। जानकारी के अनुसार, इस क्षेत्र में कई फैक्ट्रियां बिना लाइसेंस और फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट के चल रही हैं। दिल्ली पुलिस और अन्य विभागों को रिश्वत देकर ये फैक्ट्रियां अवैध रूप से संचालित की जा रही हैं।
इस घटना ने दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा अवैध फैक्ट्रियों पर कार्रवाई न किए जाने के कारण आए दिन हादसे होते रहते हैं और मासूम लोगों की जानें चली जाती हैं।
यह ज़रूरी है कि प्रशासन अवैध फैक्ट्रियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाए।
अतिरिक्त जानकारी:
- ब्लास्ट के कारणों की जांच जारी है।
- घायलों की संख्या अभी भी स्पष्ट नहीं है।
- दिल्ली पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।