शिंदे गुट की लिस्ट में सबसे पहला नाम हरीश साल्वे का है, वहीं मुकुल रोहतगी भी शिंदे गुट की तरफ से दलीलें देते नजर आ सकते हैं. जबकि महाराष्ट्र के डिप्टी स्पीकर का पक्ष रखने के लिए हैदराबाद के नामी वकील रवि शंकर जांध्याल को जिम्मेदारी सौंपी गई है.
नई दिल्ली: महाराष्ट्र में जारी राजीनीतिक घमासान के बीच संकट गहराता जा रहा है. महाराष्ट्र कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे और उनके साथ कई विधायक के बागी होने के बाद राजनीतिक गलियारों में शुरू हुई उठापटक अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है. मामला यह है अभी हालली ही में विधानसभा उपाध्यक्ष द्वारा 16 बागी विधायकों को नोटिस जारी कर दिया था जिसके बाद शिंदे गुट सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है और पार्टी द्वारा उन्हें अयोग्य घोषित करने वाली याचिका को चुनौती देते हुए एक याचिका दायर की है. इसके साथ ही एक और याचिका दायर की गई है, जिसमें विधानसभा में शिवसेना विधायक दल के नेता और चीफ व्हिप की नियुक्तियों में बदलाव को चुनौती दी गई है.
बताया जा रहा है कि टीम शिंदे द्वारा दायर की गई याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुबह साढ़े दस बजे ही अवकाशकालीन पीठ और रजिस्ट्रार के सामने अर्जेंट सुनवाई के लिए मेंशन किए जाने की उम्मीद है. अगर यह मामला सुप्रीम कोर्ट तत्काल प्रभाव से लेता है तो टीम शिंदे और मजबूत और जाएगी. शिवसेना कोटा से मंत्री बनाए गए 9वें विधायक उदय सामंत भी बागी गुट में शामिल हो गए. रविवार को उन्होंने गुवाहाटी की फ्लाइट पकड़ी, जिसकी तस्वीरें भी सामने आई हैं. उदय सामंत के बागी कैंप में शामिल होने के साथ ही महाराष्ट्र में सत्ता संग्राम और तेज होता दिखाई दे रहा है.
कौन हैं शिंदे गुट के वकील
मीडिया की खबरों के अनुसार कोर्ट में मजबूती से दलील पेश करने के लिए वकीलों की फौज खड़ी कर दी गई. शिंदे गुट की लिस्ट में सबसे पहला नाम हरीश साल्वे का है, वहीं मुकुल रोहतगी भी शिंदे गुट की तरफ से दलीलें देते नजर आ सकते हैं. इनके साथ ही मनिंदर सिंह और महेश जेठमलानी भी शिंदे गुट का पक्ष रखेंगे. जबकि महाराष्ट्र के डिप्टी स्पीकर का पक्ष रखने के लिए हैदराबाद के नामी वकील रवि शंकर जांध्याल को जिम्मेदारी सौंपी गई है. सुप्रीम कोर्ट में दलील पेश करने से पहले रवि शंकर मुंबई पहुंचे हैं, जहां उन्होंने उद्धव ठाकरे से मुलाकात भी की.

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कौन हैं उद्धव गुट के वकील
वकीलों की फौज तैयार करने में उद्धव गुट ने भी फिलहाल के लिए कोई कमी नहीं छोड़ी है और देश के जाने माने वकील और नेता कपिल सिब्बल को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है. माना जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट के दिग्गज एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी भी उद्धव गुट की तरफ से पेश होंगे. इनके साथ ही वकीलों की लिस्ट में राजीव धवन और देवदत्त कामत भी नाम है. ये दोनों दिग्गज सुप्रीम कोर्ट में उद्धव ठाकरे गुट का पक्ष रखेंगे.

वकीलों की राय
वरिष्ठ अधिवक्ता देवदत्त कामत ने कहा कि शिवसेना छोड़ने वाले विधायक अभी तक किसी पार्टी में शामिल नहीं हुए हैं. इसलिए, जब तक वे किसी भी पार्टी में शामिल नहीं होते हैं और विलय नहीं करते हैं, उन्हें शिवसेना के बागी विधायक माने जाएंगे. इसलिए वे कार्रवाई के पात्र हैं. उन्होंने यह भी कहा है कि शिवसेना इन विधायकों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है. साथ ही पार्टी नेताओं को पार्टी अनुशासन के लिए विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार है. कानून भी यह अधिकार देता है.
Edited By: Deshhit News