कौशल विश्वविद्यालय ने यूनिसेफ के साथ हाथ मिलाया है ताकि छात्रों की रोजगार के अवसरों तक अधिक पहुंच बनाई जा सके, छात्रों को नौकरी के लिए तैयार होने के साथ-साथ युवाओं को अच्छा कौशल भी मिल सके.
नई दिल्ली: दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की नेतृत्त्व वाली सरकार ने सोमवार यानि 11 जुलाई को दिल्ली स्किल एंड एंटरप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी (DSEU) के छात्रों के लिए बड़े स्तर पर रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए यूनिसेफ (UNICEF) के साथ मिलकर नई परियोजना की घोषणा की है. इससे छात्रों को जॉब के नए अवसर मिलेंगे. सरकार ने अपने एक आधिकारिक बयान में कहा कि DSEU और UNICEF ने छात्रों के लिए करियर अवेयरनेस सेशन शुरू किया है.
सरकार ने अपने बयान में कहा कि…
बयान में कहा गया है कि, दिल्ली के कौशल विश्वविद्यालय ने यूनिसेफ के साथ हाथ मिलाया है ताकि छात्रों की रोजगार के अवसरों तक अधिक पहुंच बनाई जा सके, छात्रों को नौकरी के लिए तैयार होने के साथ-साथ युवाओं को अच्छा कौशल भी मिल सके वह सिर्फ रोजगार की तलाश न करें बल्कि रोजगार देने वाले भी बनें. दिल्ली सरकार ने कहा कि इसके साथ ही युवाओं की जॉब के लिए एक और साझेदारी की गई है, जिस प्रोजेक्ट का नाम है, युवा स्टेप अप- बानो जॉब रेडी. यह छह महीने का पायलट प्रोजेक्ट है, जिसे फ्लाईव्हील डिजिटल सॉल्यूशंस प्राइवेट द्वारा दिल्ली में डीएसईयू के छात्रों और नौकरी चाहने वाले युवाओं के साथ पहुंच बढ़ाने के लिए संचालित किया जा सकें.

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जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि डीएसईयू के विभिन्न परिसरों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए इस विस्तृत वेबिनार सत्रों में जॉब पोर्टल्स का वॉकथ्रू, आवेदन प्रक्रिया, इन पोर्टलों का नेविगेशन आदि शामिल हैं, जो युवा, यूनिसेफ द्वारा अपने जॉब पोर्टल भागीदारों के नेटवर्क के माध्यम से सुविधा प्रदान की जाती है, जिसमें श्रम और रोजगार मंत्रालय का राष्ट्रीय करियर सेवा पोर्टल, टीमलीज और क्वेस कॉर्प का क्यूजॉब्स शामिल है.

डीएसईयू के पाठ्यक्रम से रोजगार के योग्य
यूनिसेफ के साथ हुए समझौते पर डी.एस.ई.यू. की कुलपति प्रो. नेहारिका वोहरा ने कहा कि डी.एस.ई.यू. फेस द वर्ल्ड जैसे पाठ्यक्रम शुरू किए जा रहे हैं जिससे छात्रों को रोजगार योग्य बनाने का काम किया जा सकें, जिसमें डिजिटल कौशल, संचार कौशल, वित्त-संबंधी साक्षरता आदि अवयव शामिल हैं. हमारे कार्यक्रमों के उद्योग एकीकृत होने के साथ, हमारे छात्र प्रासंगिक कौशल भी सीख रहे हैं और कैरियर जागरूकता सत्र जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से डी.एस.ई.यू. सेमेस्टर एक से ही नौकरी के लिए मानसिकता को दृढ बनाने का काम कर रहे हैं.

इस उम्र के 1000 सक्रिय युवा होंगे शामिल
यूनिसेफ एवं डी.एस.ई.यू. के साथ पायलट अध्ययन में 18 से 29 वर्ष के आयु वर्ग के 1000 सक्रिय नौकरी चाहने वाले युवाओं को शामिल किया जाएगा, जो विशेषज्ञ नौकरी प्रशिक्षकों द्वारा आयोजित किए जाएंगे, ताकि वे अपने कौशल सेट एवं रुचि से मेल खाती नौकरियों को ढूंढ सकें. इसमें महिला उम्मीदवारों एवं हाशिए पर पड़े समुदायों के उम्मीदवारों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. यह पायलट प्रोजेक्ट 20 जुलाई से अंबेडकर डी.एस.ई.यू. परिसर में शुरू होगा.
Edited By: Deshhit News