रुद्रप्रयाग: 10 मई 2024 को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने वाले हैं और इस पावन अवसर के लिए व्यापक तैयारियां ज़ोरों पर हैं। मंदिर को 40 क्विंटल फूलों से अलंकृत किया जा रहा है और वेद मंत्रों की गूंज से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा है।
बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष श्री अजेंद्र अजय ने बताया कि कपाट खुलने की सभी व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली गई हैं और श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए व्यापक इंतज़ाम किए गए हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने भी ट्वीट कर केदारनाथ धाम आने वाले सभी श्रद्धालुओं का स्वागत किया है।
कपाट खुलने के दिन मंदिर परिसर में प्रसिद्ध भजन गायकों द्वारा भव्य भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा।
भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली आज सुबह 8:30 बजे गौरामाई मंदिर गौरीकुंड से केदारनाथ धाम के लिए प्रस्थान कर चुकी है।
इस वर्ष चार धाम यात्रा 10 मई से प्रारंभ होगी। इस दौरान गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ के कपाट खोले जाएंगे। बद्रीनाथ के कपाट 12 मई को खोले जाएंगे।
चार धाम यात्रा हिंदू धर्म में विशेष आध्यात्मिक महत्व रखती है। यह यात्रा प्रतिवर्ष अप्रैल-मई से अक्टूबर-नवंबर तक आयोजित की जाती है।
मान्यता है कि चार धाम यात्रा को दक्षिणावर्त दिशा में ही पूरा करना चाहिए। इसलिए यात्रा यमुनोत्री से प्रारंभ होकर गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ पर समाप्त होती है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि इस वर्ष चार धाम यात्रा में 25 लाख से अधिक श्रद्धालु आगमन करेंगे। सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए कई उपाय किए गए हैं। यात्रा मार्गों पर पुलिस और सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। श्रद्धालुओं को कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी गई है।
अतिरिक्त जानकारी:
- इस वर्ष चार धाम यात्रा के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं, जिनमें ऑनलाइन पंजीकरण अनिवार्य करना, प्लास्टिक का प्रतिबंध लगाना, और पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान देना शामिल है।
- यात्रा मार्गों पर आवास और भोजन की सुविधाओं को बेहतर बनाया गया है।
- श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान सुरक्षा और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी देने के लिए हेल्पलाइन स्थापित की गई हैं।
यह महत्वपूर्ण है कि श्रद्धालु यात्रा पर प्रस्थान करने से पहले मौसम की जानकारी प्राप्त कर लें और पर्याप्त तैयारी करें।