दिल्ली पुलिस के आयुक्त राकेश अस्थाना ने कहा कि क्षेत्र पर कड़ी निगरानी के लिए ड्रोन की मदद ली जा रही है और साथ ही पुलिस, दिल्ली के अशांत क्षेत्रों की सड़कों पर पेट्रोलिंग भी कर रही है.
नई दिल्ली: अभी हाल ही में हनुमान जयंती पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में कुछ उपद्रवियों के पथराव के कारण सांप्रदायिक हिंसा फैल गयी थी. जिसके कारण वहां पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया था और अभी भी जहाँगीर पुरी इलाके की स्थिति काफी संवेदनशील बनी हुई है.

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अब इस मामले में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पुलिस को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. वहीं दिल्ली पुलिस के आयुक्त राकेश अस्थाना ने सोमवार को एक मीडिया कांफ्रेंस में कहा कि शोभायात्रा के दौरान हिंसक झड़पों में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वे किसी भी वर्ग, पंथ या धर्म के हों. अब दिल्ली पुलिस ने झड़पों के दो दिन बाद माना कि हिंदू संगठनों द्वारा आयोजित हनुमान जयंती शोभायात्रा को प्रशासन ने अनुमति नहीं दी थी.

पुलिस ने सोनू नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया जिसने कथित तौर पर पुलिस पर गोलियां चलाई थीं. हनुमान जयंती के दौरान हुई हिंसा में करीब आठ पुलिसकर्मियों और एक नागरिक समेत नौ लोग घायल हो गए थे. इस मामले में अभी तक कुल 25 लोगों को पकड़ा गया है. इनमें दो किशोर भी शामिल हैं.
दिल्ली पुलिस के आयुक्त राकेश अस्थाना ने कहा कि क्षेत्र पर कड़ी निगरानी के लिए ड्रोन की मदद ली जा रही है और साथ ही पुलिस, दिल्ली के अशांत क्षेत्रों की सड़कों पर पेट्रोलिंग भी कर रही है. पुलिस के अनुसार, 200 से अधिक वीडियो की पड़ताल कर रहे हैं ताकि उन लोगों की पहचान की जा सके जिन्होंने पथराव और हिंसा भड़काने में शामिल थे. अस्थाना ने कहा कि 16 अप्रैल की झड़पों की जांच के लिए 14 टीमों का गठन किया गया है.

वीएचपी नेता से की पूछताछ और आन्दोलन
पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी स्थानीय नेता प्रेम शर्मा से पूछताछ की बताया जा रहा है कि वह विश्व हिंदू परिषद (विहिप) का नेता है. वहीं अबपुलिस द्वारा जारी संशोधित बयान में विहिप और बजरंग दल का भी नाम नहीं है. इस बीच विहिप ने सोमवार को धमकी दी कि अगर जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती शभायात्रा के दौरान हुई हिंसा के संबंध में उसके कार्यकर्ताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई तो वह दिल्ली पुलिस के खिलाफ ‘आंदोलन’ करेगा. विहिप का यह बयान तब आया जब पुलिस ने कहा कि हनुमान जयंती के मौके पर निकाली गई शोभायात्रा की अनुमति प्रशासन से नहीं ली गई थी.