भारत, इजरायल, यूएई और अमेरिका ने बनाया नया 12U2 संगठन, इससे विश्वस्तर पर अमेरिकी संगठन पुनर्जीवित होंगे : व्हाइट हाउस

15 Jun, 2022
Sachin
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जानकारों की मानें तो पश्चिमी एशियाई देशों की राजनीति में इन चारों देशों के संगठन से खासी गहमागहमी होने की संभावना होती दिखेगी है मोदी और बाइडन की अगुआई में होने वाली इस बैठक की जानकारी अमेरिकी सरकार की तरफ से दी गई है.

नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दुनियाभर में अमेरिकी संगठनों को फिर से सक्रिय एवं पुनर्जीवित करने के प्रयासों को देखते हुए भारत, इज़राइल, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका का एक नया गठबंधन बनाया है. ये गठबंधन अगले महीने अपना पहला ऑनलाइन शिखर सम्मेलन ‘12U2′ आयोजित करेगा. आधिकारिक रूप से इसकी जानकारी व्हाइट हाउस ने दी है. 12U2 से तात्पर्य ‘इंडिया, इज़राइल, यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका और यूएई है. व्हाइट हाउस ने मंगलवार को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, इज़राइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान अगले महीने आयोजित होने वाले ऑनलाइन शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे और खाद्य सुरक्षा संकट तथा अन्य क्षेत्रों पर मंडरा संकट पर विचार-विमर्श होगा.

अगले महीने अपना पहला ऑनलाइन शिखर सम्मेलन ‘12U2′ आयोजित करेगा, इसकी जानकारी आधिकारिक रूप से व्हाइट हाउस ने दी है

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जानकारों की मानें तो पश्चिमी एशियाई देशों की राजनीति में इन चारों देशों के संगठन से खासी गहमागहमी होने की संभावना होती दिखेगी है मोदी और बाइडन की अगुआई में होने वाली इस बैठक की जानकारी अमेरिकी सरकार की तरफ से दी गई है. माना जा रहा है कि राष्ट्रपति बाइडन अगले महीने सऊदी अरब और इजरायल की यात्रा पर जा रहे हैं और इसी दौरान ही आइ2यू2 की बैठक का आयोजन भी किया जाएगा. अमेरिकी राष्ट्रपति भवन की तरफ से आदिकारिक रूप से बताया गया है कि राष्ट्रपति बाइडन भारत, इजरायल और यूएई के नेताओं से मिलने को लेकर काफी उत्सुक हैं. बताया जा रहा है कि इसमें मुख्य तौर पर खाद्य सुरक्षा और सहयोग के दूसरे क्षेत्रों पर बात की जाएगी. आइ2यू2 भले ही नया नाम दिया गया है, लेकिन उक्त चारों देशों के विदेश मंत्रियों की एक वर्चुअल बैठक पहले हो चुकी है. उस बैठक के बाद यह बताया गया था कि चारों विदेश मंत्रियों की आमने-सामने बैठक भी जल्दी होगी.   

अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने मंगलवार को दैनिक संवाददाता सम्मेलन में मीडिया से बात करते हुए कहा कि इसमें शामिल हरेक देश तकनीक का केंद्र है. प्राइस ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि, भारत में विशाल उपभोक्ता बाजार है. वह उच्च तकनीक एवं अत्यधिक मांग वाले सामानों का भी एक बड़ा उत्पादक बाजार है. ऐसे में उसके विभिन्न क्षेत्र हैं जहां ये देश एक साथ काम कर सकते हैं, चाहे वह तकनीकी, व्यापार, जलवायु या कोविड-19 से निपटना हो.

अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस

नेड प्राइस कहा, शुरू से ही हमारे दृष्टिकोण का एक हिस्सा न केवल दुनियाभर के देशों में गठबंधन एवं साझेदारी की प्रणाली को पुनर्जीवित एवं सक्रिय करना है, बल्कि उन साझेदारियों को एक साथ लाना भी है, जो पहले साथ नहीं थे या कहें पहले इतने सक्रिय नहीं थे. उन्होंने कहा, जब इज़राइल और यूएई के बीच संबंधों की बात आती है तो इन देशों के बीच व्यापार एवं आर्थिक संबंधों को गहरा करना हमारे हित में है.

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