10 साल बाद भिखारी की हालत में मिला पति, सड़क पर उसके बाल संवारते हुए बच्चों की तरह उससे लाड करने लगी

29 Jul, 2023
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बलिया : उत्तर प्रदेश के बलिया  से दिल को छू देने वाली खबर सामने आई है, यहाँ एक पत्नी को उसका पति मिला 10 साल बाद पति को देखकर महिला भावुक होकर रोने लगी. पति को भिखारी जैसी हालत में देख पत्नी बेहद भावुक हो गई और वहीं सड़क पर उसके बाल संवारते हुए बच्चों की तरह उससे लाड करने लगी.

खोये हुए पति को लाड प्यार करते हुए पत्नी

और अपनी शॉल ओढ़ाते हुए उसने कई सवाल किए लेकिन वो शख्स जवाब देने की स्थिति में नहीं था। उसकी हालत देखकर लग रहा था जैसे उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। इसके बाद महिला ने अपने बेटे को फोन किया और रोते रोते बोलने लगी ‘एक कुर्ता ले आना।’ कुछ समय बाद बेटा मोटरसाइकिल से आया और महिला और उसके पति को बैठाकर ले गया। 

10 साल बाद अचानक मिला पति

जानकारी के मुताबिक महिला का अर्धविक्षिप्त पति 10 साल पहले नेपाल से बिछड़ गया था. वहीं शुक्रवार महिला किसी काम से ई-रिक्शा पर सवार होकर जिला अस्पताल आई थी. तभी उसकी नजर सड़क किनारे बैठे एक युवक पर पड़ी. युवक के शरीर पर कपड़ा नहीं था. चेहरा और बाल भी बहुत गंदे थे. वो मानसिक रूप से विक्षिप्त लग रहा था. महिला ने युवक को पहचानते ही पति को दोड़कर गले लगाया और उससे लिपट कर रोने लगी. महिला का नाम जानकी देवी है. उसके पति का नाम मोती चंद्र वर्मा है.

पति को देखकर महिला की खुशी का ठिकाना नहीं रहा

महिला की खुशी का ठिकाना नहीं रहा !

चिकित्सालय के सामने अचानक मिल गया. पति को देखकर महिला की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. हालांकि, पति की भिखारियों जैसी हालत देखकर महिला के आंखों से आंसू छलक पड़े. उसने पति को बच्चों की तरह दुलार किया और अपने बेटों को इसकी सूचना दी. इस दौरान जिला अस्पताल के बाहर मौजूद लोग भी एक दशक बाद पति-पत्नी के मिलन को देखकर भावुक हो गए. 

क्या है मामला?    
मामला बलिया जनपद के शहर कोतवाली क्षेत्र के देवकली का है. यहां रहने वाले मोतीचंद वर्मा (45 वर्षीय) की शादी 21 साल पहले जानकी देवी से हुई थी. दोनों के तीन बेटे भी हुए. इसी बीच मोती चंद्र वर्मा की मानसिक स्थिति बिगड़ गई और एक दिन वह घर से अचानक कहीं चले गए. पत्नी ने रिश्तेदारों के सहयोग से काफी खोजबीन की, लेकिन कहीं पता नहीं चला. 

पति के लापता होने के बाद जानकी अपने तीनों बेटों को साथ लेकर किसी तरह जीवन यापन करती रही. दूर-दूर तक खोजबीन की. तांत्रिक के तमाम दावे पर विश्वास कर काफी पैसा भी खर्च किया. मोतीचंद का कहीं कोई पता नहीं चला. हाल ही में वह जिला अस्पताल बलिया में अपने बेटे का इलाज कराने आ रही थी. तभी उसकी नजर सड़क किनारे बैठे एक युवक पर पड़ी और देखा तो पाया अपने पति को हीं मामला सामने आने के बाद अब समाजसेवी उसकी तलाश में जुटे हैं ताकि महिला की मदद की जा सके। लेकिन इस दौरान जितने भी लोगों ने यह नजारा देखा सबकी आंखों में आंसू आ गए।

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