सीएम योगी ने कहा, नेता प्रतिपक्ष भाषण में एक तरफ किसान की बात कर रहे हैं. तो दूसरी तरफ गोबर में उन्हें बदबू आ रही थी. सीएम योगी ने नेता प्रतिपक्ष से कहा कि गोबर से अगरबत्ती, धूपबत्ती भी बनती है. अगर वे पूजा करते तो जरूर जलाते.
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की विधान सभा में इन दिनों बजट सत्र चल रहा है. इस सत्र के दौरान मंगलवार को सीएम योगी ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला. सीएम योगी ने गोबर को लेकर अखिलेश पर बयानबाजी की. योगी ने मंगलवार को कहा कि अखिलेश उस दिन ऐसे मुद्दे पर आ गए थे जिसका बजट से कोई लेना देना नहीं था. वे ऐसी बातें बोल रहे थे जिसका खामियाजा प्रदेश पहले ही भुगत चुका है. इसी बयानबाजी में सीएम योगी ने अखिलेश की चुटकी लेते हुए दुष्यंत कुमार की कुछ पंक्तियां पढ़ीं. उन्होंने कहा, ‘कैसे मंजर सामने आने लगे हैं और गाते-गाते लोग चिल्लाने लगे हैं.
अखिलेश के भाषण में दिखा, भैंस के दूध का असर
सीएम योगी ने कहा, नेता प्रतिपक्ष भाषण में एक तरफ किसान की बात कर रहे हैं. तो दूसरी तरफ गोबर में उन्हें बदबू आ रही थी. सीएम योगी ने नेता प्रतिपक्ष से कहा कि गोबर से अगरबत्ती, धूपबत्ती भी बनती है. अगर वे पूजा करते तो जरूर जलाते. नेता प्रतिपक्ष अगर गोसेवा करते होते तो भाषण में भी दिखाई देता, लेकिन शायद भैंस वाले दूध का असर भाषण पर ज्यादा दिखाई दिया. गाय का कम दिखाई दे रहा है.

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क्या बोले सीएम योगी
सीएम ने कहा, “राहुल गांधी विदेश में भारत की बुराई करते हैं. अखिलेश यादव यूपी से बाहर दूसरे प्रदेश में जा कर यूपी की बुराई करते हैं. राहुल गांधी और अखिलेश यादव में ज्यादा अंतर नहीं है.” उन्होंने कहा कि हमने किसी जाति और धर्म के आधार पर बंटवारा नहीं किया.
जनादेश काम का सबूत
मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी देश के बाहर देश की छवि बिगाड़ रहे हैं. उसी राह पर अखिलेश भी हैं. एक राष्ट्र, श्रेष्ट्र भारत की परिकल्पना पर हम आगे बढ़ रहे हैं. हम सिर्फ जनहित की बात सोचते हैं. यह बजट अब बड़ा बजट हैं. हम सिर्फ अंत्योदय के कल्याण की बात सोचते हैं. हमने जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया. हमने सबके लिए काम किया. यह जनादेश इसी का सबूत है.
8 साल पूरे होने पर क्या बोले?
सीएम योगी ने कहा, “बीजेपी नेतृत्व की केंद्र सरकार के 8 साल के सफलतम कार्यकाल में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ इस परिकल्पना को साकार करते हुए हम सब देख पा रहे हैं. आज एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री द्वारा चलाई गई योजनाओं की चर्चा हो रही थी. माननीय नेता प्रतिपक्ष कह रहे थे कि ये समाजवाद है. अच्छा है कि कम से कम समाजवाद के बहाने ही उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की गरीब कल्याणकारी योजनाओं को स्वीकार किया.