CM Yogi and President in Gorakhnath: गोरखपुर के महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में एक ऐतिहासिक आयोजन हुआ। महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने विश्वविद्यालय के नवनिर्मित ऑडिटोरियम और विश्व स्तरीय पंचकर्म चिकित्सा केंद्र का लोकार्पण किया। साथ ही, उन्होंने न्यू गर्ल्स हॉस्टल की आधारशिला भी रखी। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, आयुष और खाद्य सुरक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र दयालु और सांसद रवि किशन शुक्ला सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। यह आयोजन गोरखपुर को ‘आरोग्यधाम-ज्ञानधाम’ के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उच्च शिक्षा को अग्रणी योजना देने के लिए मैं गोरक्षपीठ तथा महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की बहुत-बहुत सराहना करती हूं: मा. राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी@rashtrapatibhvn pic.twitter.com/nDgLPL8mrH
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) July 1, 2025
सीएम योगी का संबोधन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की उपस्थिति को गौरवपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, “फर्श से अर्श की यात्रा, शून्य से शिखर की यात्रा कैसे होती है, उसकी एक विशिष्ट पहचान हैं महामहिम देश के लिए।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में आयुष मंत्रालय की स्थापना को ऐतिहासिक कदम बताया, जिसने आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी, योग और प्राकृतिक चिकित्सा को वैश्विक पहचान दिलाई। योगी ने कहा, “यह विश्वविद्यालय भारतीय ज्ञान परंपराओं, योग, आयुर्वेद और समग्र स्वास्थ्य का केंद्र बनेगा।” उन्होंने गोरखपुर को ‘विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश’ के सपने को साकार करने वाला ‘आरोग्यधाम-ज्ञानधाम’ बताया।
महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद का यह सौभाग्य है कि,
आजादी के बाद प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय बनाने के कार्यक्रम को महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद और श्री गोरक्षपीठ ने मिलकर आगे बढ़ाया… pic.twitter.com/YzTbqa2zk2
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) July 1, 2025
“मैं भरूंगा तुम्हारी फीस”
इसी दिन, गोरखपुर के कोतवाली क्षेत्र की कक्षा सात की छात्रा पंखुड़ी त्रिपाठी के लिए 1 जुलाई 2025 का दिन अविस्मरणीय बन गया। जनता दर्शन कार्यक्रम में पंखुड़ी ने मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात की और अपनी आर्थिक तंगी की समस्या साझा की। उसने बताया कि उसके पिता की दिव्यांगता के कारण परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर है। मां एक निजी दुकान पर काम करती हैं, और बड़ा भाई इंटरमीडिएट में पढ़ रहा है, जिसके चलते उसकी स्कूल फीस जमा नहीं हो पा रही।

मुख्यमंत्री ने पंखुड़ी की बात ध्यान से सुनी और उसका हौसला बढ़ाते हुए कहा, “पढ़ाई की चिंता न करो, यह हमारी जिम्मेदारी है।” उन्होंने आश्वासन दिया कि या तो पंखुड़ी की फीस माफ कराई जाएगी या सरकार उसका खर्च वहन करेगी। इस संवेदनशील रवैये ने न केवल पंखुड़ी का मनोबल बढ़ाया, बल्कि जनता के बीच सरकार की जवाबदेही को भी दर्शाया।
CM Yogi and President in Gorakhnath: गोरखपुर का बदलता चेहरा
महायोगी गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय, जो 52 एकड़ में 268 करोड़ रुपये की लागत से बना है, 98 आयुष कॉलेजों (76 आयुर्वेद, 10 यूनानी, 12 होम्योपैथी) को एकीकृत नियामक ढांचे के तहत लाता है। यह विश्वविद्यालय 2021-22 सत्र से कार्यरत है और भविष्य में योग, प्राकृतिक चिकित्सा, सिद्ध और सोवा-रिग्पा जैसे विषयों को भी शामिल करेगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर गोरखपुर की स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति को रेखांकित किया, जिसने पूर्वी उत्तर प्रदेश को चिकित्सा और शैक्षिक केंद्र के रूप में स्थापित किया है।