नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में देर रात से हो रही बारिश ने पीडब्ल्यूडी विभाग, दिल्ली नगर निगम वार्ड नियंत्रण विभाग और एनडीएमसी सहित कई विभागों की पोल खोलकर रख दी है। दिल्ली सरकार द्वारा नालों की सफाई के नाम पर प्रति वर्ष लाखों-करोड़ों रुपए खर्च किए जाने के बावजूद, नालों की सफाई ठीक से नहीं की जाती है। इसका ताजा उदाहरण देखने को मिला अलीपुर डीएम कार्यालय के बाहर, जहां नाले के ब्लॉक होने के कारण डीएम कार्यालय के बाहर पानी भर गया।
इस घटना से डीएम कार्यालय, एसडीएम ऑफिस, सब रजिस्टार ऑफिस और वीडियो ऑफिस आने-जाने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। इन कार्यालयों में रोजाना सैकड़ों से हजारों लोग अपना काम कराने आते हैं।
पीडब्ल्यूडी विभाग के अधीन आने वाली इस सड़क पर दोनों तरफ बने नाले मिट्टी से लबालब भरे हुए थे। बारिश का पानी नालों में नहीं समा पाने के कारण सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया।
स्थानीय लोगों और आसपास के लोगों को भी वहां से गुजरने में काफी परेशानी हुई। यह सड़क सड़क से आजादपुर, जिंदपुर, मुखमेलपुर, हिरणकी और कई अन्य गांवों को जोड़ती है।
पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों ने इस मामले में कोई संज्ञान नहीं लिया है। लोगों में भारी रोष व्याप्त है।
इस घटना से कई सवाल उठते हैं:
- दिल्ली सरकार द्वारा नालों की सफाई के लिए खर्च किए जाने वाले करोड़ों रुपए कहां जाते हैं?
- पीडब्ल्यूडी विभाग अपनी जिम्मेदारी क्यों नहीं निभा रहा है?
- बारिश के मौसम में जलभराव की समस्या का समाधान कब मिलेगा?
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