नई दिल्ली, 01 मई 2024 (पीटीआई): वित्त मंत्रालय ने आज घोषणा की कि अप्रैल 2024 में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह 2.10 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया है, जो अब तक का सबसे अधिक मासिक संग्रह है। यह पिछले साल अप्रैल की तुलना में 12.4% की उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है, और यह घरेलू लेनदेन (13.4% वृद्धि) और आयात (8.3% वृद्धि) दोनों में मजबूत वृद्धि से प्रेरित है।
यह रिकॉर्ड संग्रह कई महत्वपूर्ण कारकों का परिणाम है:
- आर्थिक सुधार: भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी से सुधार हो रहा है, जिससे जीएसटी संग्रह में वृद्धि हो रही है।
- कर अनुपालन में वृद्धि: सरकार द्वारा किए गए कर सुधारों और सख्त प्रवर्तन उपायों के कारण कर अनुपालन में सुधार हुआ है।
- ई-वे बिल प्रणाली का प्रभावी कार्यान्वयन: ई-वे बिल प्रणाली ने कर चोरी को रोकने और जीएसटी संग्रह में सुधार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- कुछ वस्तुओं और सेवाओं पर जीएसटी दरों में कटौती: इसने करदाताओं को राहत प्रदान की है और खपत को बढ़ावा दिया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह रिकॉर्ड संग्रह जीएसटी व्यवस्था की मजबूती और टिकाऊपन का प्रमाण है। यह भारत सरकार के लिए एक बड़ी उपलब्धि है और यह देश के वित्तीय घाटे को कम करने और विभिन्न सामाजिक और आर्थिक विकास कार्यक्रमों के लिए धन जुटाने में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
यह उम्मीद की जाती है कि आने वाले महीनों में जीएसटी संग्रह में वृद्धि जारी रहेगी, जिससे भारत सरकार को अपने राजकोषीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
अतिरिक्त जानकारी:
- केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) की वेबसाइट: https://www.cbic.gov.in/
- जीएसटी के बारे में अधिक जानकारी: https://services.gst.gov.in/services/login