नई दिल्ली/तिरुवनंतपुरम: केरल सरकार ने ईद-उल-अजहा (बकरीद) के मद्देनजर कोरोना प्रतिबंधों में ढील देने का फैसला किया है। लेकिन उसके इस निर्णय का विरोध शुरू हो गया है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने इसपर आपत्ति जताई है और साफ कहा है कि अगर केरल सरकार ने बकरीद पर लॉकडाउन में रियायत देने का आदेश वापस नहीं लिया तो वह सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने को मजबूर होगा। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने केरल सरकार से मांग करते हुए कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल में राहत देने के फैसले को फौरन वापस लिया जाए. आईएमए ने ये अपील भी की है कि इस तरह के फैसले लेने से पहले राज्य और देश के हितों को प्राथमिकता देनी चाहिए.IMA ने कहा कोरोना मामलों में इजाफे के बीच केरल सरकार का इस तरह का फैसला दुखी करने वाला है। जब जम्मू-कश्मीर ,उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड जैसे कई उत्तरी राज्यों ने सार्वजनिक सुरक्षा के मद्देनजर परंपरिक और लोकप्रिय तीर्थ यात्राओं को रोक दिया है, तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि केरल के विद्वान राज्य ने ऐसा निर्णय लिया है।”
जानकारी के मुताबिक बकरीद को देखते हुए केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन ने शनिवार को प्रतिबंधों में ढील का ऐलान किया था। इसके मुताबिक कपड़ा, जूते की दुकानें, आभूषण, फैंसी स्टोर आदि 18 से 20 जुलाई को सुबह सात से रात आठ बजे तक खुल सकेंगे। आवश्यक वस्तुओं की खरीद, बिक्री एवं मरम्मत की दुकानें भी खोली जा सकेंगी।