महाराष्ट्र में भारी बारिश के कारण 1 जून से लेकर अब तक 83 लोगों की मौत और 64 लोग घायल हो चुके हैं. इन दुर्घटनाओं में बाढ़, भूस्खलन, इमारत गिरने, घर गिरने, समुद्र में डूबने, पानी में डूबने, बिजली गिरने और शॉर्ट सर्किट की घटना शामिल हैं.
गुजरात में भारी बारिश और बाढ़ के चलते लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. पिछले 10 दिनों में गुजरात में 63 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा है कि वह प्रदेश के भारी वर्षा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे. जानकारी के अनुसार, दोपहर 1:30 बजे हवाई मार्ग से प्रस्थान करेंगे. मुख्यमंत्री बोदेली राजपीपला और नवसारी के वर्षा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण करेंगे.
देश के कई राज्य में भारी बारिश
देश के कई राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ से लोगों का बुरा हाल है. यहाँ तक कि अब उन्हें खाद्य वस्तुओं भी नहीं मिल पा रही है वैसे सरकारें इन सब मुश्किलों से निपटने के लिए हरसंभव मदद करने की कोशिश कर रही है. गुजरात, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में मौसम विभाग (IMD) ने भारी बारिश का लेकर अलर्ट जारी किया है. मीडिया की ख़बरों की माने तो महाराष्ट्र का सबसे बुरा हाल है जहां पर अब तक 83 लोगों की मौत हो चुकी है तो वहीं 6 जिलों में मौसम का रेड अलर्ट जारी किया हुआ है. भारी वर्षा के कारण शहर-शहर आफत बरस रही है. नदियां उफान पर हैं. अगले 72 घंटे लोगों पर भारी हैं.

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महाराष्ट्र में भारी बारिश के कारण 1 जून से लेकर अब तक 83 लोगों की मौत और 64 लोग घायल हो चुके हैं. इन दुर्घटनाओं में बाढ़, भूस्खलन, इमारत गिरने, घर गिरने, समुद्र में डूबने, पानी में डूबने, बिजली गिरने और शॉर्ट सर्किट की घटना शामिल हैं. बताया जा रहा है कि इस भारी बारिश में अब तक 164 जानवरों की भी मौत हो चुकी है. साथ ही अब तक 5873 लोगों को बचाया जा चुका है यानी उन्हें सुरक्षित जगह भेजा गया है.
वलसाड़ समेत 5 जिलों में रेड अलर्ट कर दिया गया है जबकि 8 जिलों में ऑरेंज अलर्ट है. महाराष्ट्र में भी कुदरत का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है. तानसा नदी उफनती लहरे हर किसी को डरा रही हैं. भारी बारिश की वजह से पालघर में बहने वाली तामसा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. जिससे आसपास के इलाकों में खतरा बढ़ गया है.
गुजरात में बहुत बुरा हाल
गुजरात में आसमानी आफत कहर बनकर टूट पड़ी है. अगले 4 दिन गुजरात पर बहुत भारी पड़ने वाला है. गुजरात के लोगों के लिए जल प्रलय के आगे सबकुछ थम सा गया है. जामनगर, कच्छ, मोरबी, नर्मदा, नवासारी, सूरत गुजरात के अलग-अलग जिलों में हालात लगभग एक जैसे ही हैं. हर तरफ भारी बारिश के कारणजलभराव हो गया है न तो इधर से उधर जा सकता और खाद्य वस्तुओं को भी लेकर धीरे-धीरे परेशानी उठानी पड़ रही है. कहीं बाढ़ के कारण गांव के गांव डुब रहे है तो कहीं लोग सैलाब के बीच फंस गए हैं. भारी बारिश की वजह से गुजरात के तापी का डोसवाड़ा डैम ओवर फ्लो होने लगा है. डैम ओवर फ्लो होने से पानी का तेज बहाव अब डराने लगा है. डैम का पानी आसपास के गांवों को डुबोने लगा है जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं.

महाराष्ट्र में भी भारी बारिश के कारण अकाल टूटा
पालघर के जवाहर तालुका के पहाड़ों के बीच से पानी तेजी से नीचे गिर रहा है. नदियों के उफान भी डराने लगे हैं. महाराष्ट्र के गढचिरौली में बाढ़ के हालात बन गए हैं. वैन गंगा नदी में उफान की वजह से कई गांव पानी में डूब गए हैं. सड़कों पर सैलाब आया हुआ है. सड़क किनारे बनी इमराते पानी में डूब गई हैं. ये इमरात पानी के आगोश में समा गई है.

मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक गुजरात में भारी बारिश की भी संभावना जताई है. फिलहाल, NDRF की 13 और SDRF की 16 टीमें तैनात की गई हैं. वडोदरा से SDRF की एक टीम मदद के लिए छोटा उदयपुर भेजी गई है. छोटा उदेपुर से 400, नवसारी में 550, वलसाड में 470 लोगों सहित राज्य में 3250 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.