अरविंद केजरीवाल की नई शराब निति से दिल्ली में शराब का संकट खड़ा होने वाला है ? दिल्ली में 468 शराब की दुकानों का लाइसेंस 31 जुलाई को खत्म हो गया है. दिल्ली सरकार ने रविवार रात लाइसेंस एक महीने बढ़ाने का प्रस्ताव उपराज्यपाल विवेक सक्सेना के पास भेजा है. हालांकि, अभी तक उपराज्यपाल ने इसकी मंजूरी नहीं दी है. इसी बीच सरकार ने पुरानी एक्साइज पॉलिसी को 6 महीने लागू करने का फैसला लिया है. लेकिन अगर लाइसेंस नहीं बढ़ा तो दिल्ली में शराब की किल्लत आ सकती है.
नई दिल्ली : (Delhi Liquor Shortage) दिल्ली में शराब की दुकानों के खुलने, न खुलने को लेकर जनता में कन्फ्यूजन बना हुआ है. केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में शराब की दुकानें चलाने वालों का लाइसेंस एक महीना बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है, लेकिन अभी तक उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इसकी मंजूरी नहीं दी है.

ऐसे में शराब की 468 दुकानों का शटर गिरना लगभग तय हो गया है. इन दुकानों का लाइसेंस 31 जुलाई को खत्म हो चुका है और सोमवार से ही ये दुकानें बंद हो गईं है. इस बीच दिल्ली सरकार ने देसी शराब बेचने वालों का लाइसेंस 2 महीने तक बढ़ा दिया है. यानी, अब ये दुकानें 30 सितंबर तक खुली रह सकतीं हैं. हालांकि, भारतीय और विदेशी ब्रांड की शराब बेचने वालों के लाइसेंस पर अब भी असमंजस बना हुआ है. दिल्ली में 17 नवंबर 2021 को नई एक्साइज पॉलिसी लागू हुई थी. जिसके तहत अभी 468 निजी दुकानें चल रही थीं, जिनका लाइसेंस 31 जुलाई को खत्म हो गया है. इससे इन दुकानों का शटर आज से गिर जाएगा.
राजधानी में शराब की किल्लत न पड़े, इसके लिए दिल्ली सरकार ने रविवार रात को उपराज्यपाल के पास वेंडर का लाइसेंस 31 अगस्त तक बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा है. उपराज्यपाल की मंजूरी मिलने के बाद ही प्रस्ताव अमल में आएगा. हालांकि, उपराज्यपाल ने अभी तक इस पर मुहर नहीं लगाई है. एक्साइज डिपार्टमेंट उपराज्यपाल की मंजूरी के बाद ही लाइसेंस में एक्सटेंशन का आदेश जारी कर सकता है.
एक्साइज पॉलिसी बदलने पर क्या कुछ बदलेगा ?

- नई एक्साइज पॉलिसीः 17 नवंबर 2021 को लागू हुई इस पॉलिसी के तहत शराब की सारी दुकानें निजी हाथों को सौंप दी गयी. इसके तहत, दिल्ली में 849 शराब की दुकानें निजी हो गईं. निजी हाथों में जाने से वेंडरों ने शराब पर भारी डिस्काउंट दिया, एक पर एक फ्री के साथ-साथ डिस्काउंड ऑफर किए गए. 31 जुलाई को तो स्टॉक खत्म करने के लिए एक पर दो फ्री का ऑफर भी दिया गया. हालांकि, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बताया है कि इस समय दिल्ली में सिर्फ 468 दुकानें ही चल रही थीं.
- पुरानी एक्साइज पॉलिसीः 1 सितंबर से अगले 6 महीने तक लागू होने की उम्मीद है. ऐसा हुआ तो जो डिस्काउंट और ऑफर मिल रहे थे, वो खत्म हो जाएंगे. क्योंकि फिर से सरकारी एजेंसियां शराब के ठेकों को चलाएंगी. नवंबर 2021 से पहले दिल्ली सरकार की चार एजेंसियां 864 में से शराब की 475 दुकानें चला रही थीं. 389 दुकानें निजी एजेंसियां चला रहीं थीं. यानी, 1 सितंबर से फिर से 475 दुकानें सरकारी एजेंसियां चलाएंगी. बाकी दुकानों के लिए निजी वेंडरों को लाइसेंस दिया जाएगा.
क्या एक बार फिर दिल्ली वालो को मिलेगा डिस्काउंट-ऑफर ?

अब तक दिल्ली में सारी शराब की दुकानें निजी हाथों में थीं. ये लोग अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए एक पर एक फ्री और 40% तक डिस्काउंट दे रहे थे. इसके बाद सरकार ने 25% तक डिस्काउंट देने की लिमिट तय कर दी थी. लेकिन, पुरानी एक्साइज पॉलिसी लागू होने के बाद ये सारे डिस्काउंट और ऑफर्स भी बंद हो जाएंगे. इतना ही नहीं, नई एक्साइज पॉलिसी के तहत सिर्फ गणतंत्र दिवस (26 जनवरी), स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) और गांधी जयंती (2 अक्टूबर) के दिन ही ड्राई डे था. लेकिन पुरानी पॉलिसी के तहत अब फिर से 21 दिन ड्राई डे रहेंगे. यानी, साल के 21 दिन शराब की दुकानें बंद रहेंगी.
क्या होगा आगे?

- दिल्ली सरकार की नई एक्साइज पॉलिसी शुरू से ही विवादों में रही है. नई एक्साइज पॉलिसी के तहत शराब का पूरा ठेका निजी हाथों को सौंप दिया गया है.
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली सरकार ने नई एक्साइज पॉलिसी की मियाद एक महीने और बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है. इसके बाद 1 सितंबर से पुरानी एक्साइज पॉलिसी ही लागू करने की बात कही है.
- अधिकारियों ने न्यूज एजेंसी को बताया कि नई एक्साइज पॉलिसी को जिस मकसद से लागू किया गया था, वो हासिल नहीं हो सका इसको लागू करने में भी नियमों की अनदेखी करने के आरोप लगातार लगते रहे है.
- अब सरकार ने फिर से पुरानी एक्साइज पॉलिसी को ही लागू करने का फैसला लिया है. अगर उपराज्यपाल 1 अगस्त तक लाइसेंस बढ़ा देते हैं, तो 1 सितंबर से पुरानी एक्साइज पॉलिसी लागू होगी. ये एक्साइज पॉलिसी 6 महीने तक लागू होगी, जिसके तहत सरकारी दुकानें फिर से खुल जाएंगी.
क्या दिल्ली में होने वाली है शराब की किल्लत?

जिस दिल्ली में शराब पर भारी डिस्काउंट मिला. एक पर एक फ्री जैसे ऑफर दिए गए. क्या अब वहां शराब की किल्लत पड़ने वाली है?
न्यूज एजेंसी ने दिल्ली सरकार से जुड़े एक सूत्र के हवाले से बताया है कि राजधानी में शराब की किल्लत न पड़े, इसलिए सरकार ने देर रात लाइसेंस एक महीने और बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है. क्योंकि नई दुकानें में कुछ दिन लग सकते हैं, जिससे हालात बिगड़ सकते हैं.

दिल्ली में शनिवार से ही शराब की किल्लत शुरू हो गई. लक्ष्मी नगर में एक शराब की दुकान के मैनेजर ने न्यूज एजेंसी को बताया कि खास ब्रांड मांगने वाले लोग खाली हाथ लौट रहे हैं.
राजधानी के शेख सराई इलाके में बंद पड़ी शराब की दुकान के बाहर खड़े एक ग्राहक ने न्यूज एजेंसी को बताया कि स्टॉक खत्म हो गया है और अब नोएडा, गाजियाबाद, गुड़गांव, फरीदाबाद से शराब खरीदी जा रही है.
Edited By – Deshhit News