दिल्ली ऑटो रिक्शा संघ के महासचिव राजेंद्र सोनी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि दिल्ली सरकार एक समिति बना रही है, जिससे कुछ होने वाला नहीं है लेकिन हमें तो सिर्फ अपनी समस्याओं का समाधान चाहिए. हमारी मुख्य मांग है कि सरकार (केंद्र और दिल्ली) सीएनजी की कीमतों पर 35 रुपये प्रति किलोग्राम की सब्सिडी प्रदान करे.
नई दिल्ली: अभी हाली के कुछ दिनों से पेट्रोल-डीजल के दाम प्रतिदिन 80 पैसे के करीब बढ़ रहे हैं, तो इसी के कुछ दिनों बाद ही सीएनजी के दाम में 2 से 3 रुपये हफ्ते में एक दिन कंपनियां बढ़ा ही रही थी जिसको लेकर आम लोगों में गुस्सा भी देखने को मिल रहा था अब जब एक दिन पहले ही सीएनजी पर 2.5 रुपये की बढ़ोतरी हुई है तो, सीएनजी की बढ़ी हुई कीमतों को लेकर अब ऑटो-टैक्सी, कैब और मिनी बस चालकों की 2 दिनों की हड़ताल पर है इससे आम लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ सकती है. “सर्वोदय ड्राइवर एसोसिएशन” दिल्ली के अध्यक्ष कमलजीत गिल का कहना है कि ईंधन की कीमतों में कमी करने के लिए सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाए जाने पर दो दिनों की हड़ताल पर जाने का फैसला लिया गया है.

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दिल्ली ऑटो रिक्शा संघ के महासचिव राजेंद्र सोनी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि दिल्ली सरकार एक समिति बना रही है, जिससे कुछ होने वाला नहीं है लेकिन हमें तो सिर्फ अपनी समस्याओं का समाधान चाहिए. हमारी मुख्य मांग है कि सरकार (केंद्र और दिल्ली) सीएनजी की कीमतों पर 35 रुपये प्रति किलोग्राम की सब्सिडी प्रदान करे.
सीएनजी की कीमतों में हुई बढ़ोतरी के खिलाफ जंतर मंतर और सचिवालय में विभिन्न संगठनों की तरफ से विरोध जताए गए हैं. एसटीए ऑपरेटर्स एकता मंच के महासचिव श्यामलाल गोला ने कहा कि इस विरोध प्रदर्शन में किराए और सीएनजी की कीमतें घटाए जाने की मांग के समर्थन में लगभग 10,000 आरटीवी बसें भी बंद रहेंगी.
मांगे नहीं नहीं मानी तो हड़ताल आगे भी हो सकती है
भारतीय मजदूर संघ ट्रांसपोर्ट यूनियन के प्रेसिडेंट राजेंद्र सोनी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारे साथ तमाम ऑटो टैक्सी यूनियन होंगी. हड़ताल के दिन दिल्ली की जनता को जो दिक्कत होगी उसके लिए हमें खेद हैं. लेकिन जब जनता परेशान होती हैं तो इसकी जिम्मेदारी सरकारों की होनी चाहिए. सोनी ने कहा हमने कुछ मांग रखी हैं अगर इन पर कोई सुनवाई नहीं होती है तो आगे भी हड़ताल की जा सकती है.

पहले भी किया था प्रदर्शन
सीएनजी की कीमतों पर सब्सिडी की मांग को लेकर सैकड़ों ऑटो, टैक्सी और कैब चालकों ने कुछ दिनों पहले ही दिल्ली सचिवालय पर विरोध प्रदर्शन किया था. सोनी ने कहा, ‘हम हर रोज घाटे में चल रहे अपने ऑटो और कैब नहीं चला सकते क्योंकि सीएनजी की कीमतें प्रतिदिन बढ़ रही हैं. हम हड़ताल पर जा रहे है ये कीमतों में बढ़ोतरी पर विरोध करने के लिए एक प्रतीकात्मक विरोध है.

शहर में सार्वजनिक परिवहन प्रणाली के पूरक के रूप में 90,000 से अधिक ऑटो और 80,000 से अधिक पंजीकृत टैक्सी हैं. एसटीए ऑपरेटर्स एकता मंच के महासचिव श्यामलाल गोला ने कहा कि किराए में संशोधन और सीएनजी की कीमतें घटाए जाने की मांग के समर्थन में लगभग 10,000 आरटीवी बसें भी बंद रहेंगी.