गौरतलब है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने पिछले गुजरात विधानसभा चुनाव में काफी बेहतर प्रदर्शन और चुनाव प्रचार किया था. दोनों ही राज्यों में आने वाले कुछ महीनों में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. इसके लिए सभी राजनीतिक पार्टियों ने तैयारी शुरू कर दी है.
नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश और गुजरात विधानसभा चुनाव नजदीक आ गये हैं इसको लेकर कांग्रेस ने तैयारी जोरो शोरो से शुरू कर दी है इसके लिए पर्यवेक्षक की घोषणा करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुजरात में वरिष्ठ पर्यवेक्षक राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बनाया है. वहीं उनके साथ दो पर्यवेक्षक भी नियुक्त किए गए हैं. इनमें छत्तीसगढ़ के मंत्री टीएस सिंह देव और महाराष्ट्र के नेता मिलिंद देवड़ा का नाम है. वहीं दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है. उनके साथ राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और पंजाब के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा को पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया गया है.

इसी साल है विधानसभा चुनाव
गौरतलब है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने पिछले गुजरात विधानसभा चुनाव में काफी बेहतर प्रदर्शन और चुनाव प्रचार किया था. दोनों ही राज्यों में आने वाले कुछ महीनों में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. इसके लिए सभी राजनीतिक पार्टियों ने तैयारी शुरू कर दी है. गुजरात और हिमाचल में इस समय बीजेपी सत्ता में है. वहीं दोनों ही राज्यों में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) भी लगातार चुनाव प्रचार में लगी हुई है. ऐसे में कांग्रेस को बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा है.

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माना जा रहा है कि आने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के लिए ये चुनाव सबसे बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है, कांग्रेस को गुजरात में दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ेगा. क्योंकि गुजरात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गढ़ है. सत्तारूढ़ भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस को यहां काफी मशक्कत करनी पड़ेगी.
कांग्रेस और गुजरात चुनाव
हालांकि, राज्य कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने दावा किया है कि लोग इस साल के अंत में होने वाले गुजरात चुनावों में उनकी पार्टी को वोट देंगे, क्योंकि वे दो दशकों से अधिक समय से भाजपा के ‘कुशासन’ से तंग आ चुके हैं. लेकिन, राजनीतिक जानकारों का मानना है कि कांग्रेस अभी भी अपने संकट काल से गुजर रही है. इसलिए कांग्रेस के लिए यह चुनाव जीतना काफी मशक्कत भरा रह सकता है.
कांग्रेस में शामिल हुए हिमाचल के पूर्व भाजपा अध्यक्ष
हिमाचल प्रदेश के पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष खिमी राम शर्मा मंगलवार को दिल्ली में प्रदेश पार्टी प्रभारी राजीव शुक्ला की मौजूदगी में कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए. इस दौरान हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी गुरकीरत सिंह और हिमाचल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुधीर शर्मा भी मौजूद रहे. माना जा रहा है कि कुल्लू के बंजार जिले से दो बार विधायक रह चुके खमी राम शर्मा कथित तौर पर 2017 के विधानसभा चुनावों में टिकट नहीं दिए जाने से नाराज चल रहे थे.

Edited By: Deshhit News