सीएम योगी ने रखा राम मंदिर के गर्भगृह का पहला पत्थर, बोले- ये पिछले 500 वर्षो के आन्दोलन का फल है

01 Jun, 2022
Sachin
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गर्भगृह में पत्थर रखने के बाद मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पिछले 500 वर्षों से देश के साधु-संत राम मंदिर आंदोलन को चला रहे थे, आज उन सभी महर्षियों के दिल को खुशी मिली होगी, गर्भगृह का पहला पत्थर रख दिया गया है, गोरक्षनाथ पीठ की तीन पीढ़ी इस मंदिर आंदोलन से जुड़ी हुई थी.  

नई दिल्ली: अयोध्या में भव्य राममंदिर के निर्माण के लिए आज ऐतिहासिक दिन है. आज से गर्भगृह का निर्माण शुरू हो गया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज गर्भगृह के निर्माण के लिए पहली शिला रखी दी है. इसके साथ ही 29 मई से शुरू हुआ सर्वदेव अनुष्ठान का समापन हो गया. अब सीएम योगी निर्माण स्थल के पास द्रविड़ शैली में बने मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भी शामिल होंगे.  

अयोध्या में भव्य राममंदिर के निर्माण के लिए आज ऐतिहासिक दिन

अयोध्या राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अधिरचना पर काम आज से शुरू हो रहा है, हमारे पास कार्यों को पूरा करने के लिए सूची है वह 3-चरण की समय सीमा है, जिसमें 2023 तक गर्भगृह, 2024 तक मंदिर निर्माण और 2025 तक मंदिर परिसर में मुख्य निर्माण होगा. गर्भगृह में पत्थर रखने के बाद मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पिछले 500 वर्षों से देश के साधु-संत राम मंदिर आंदोलन को चला रहे थे, आज उन सभी महर्षियों के दिल को खुशी मिली होगी, गर्भगृह का पहला पत्थर रख दिया गया है, गोरक्षनाथ पीठ की तीन पीढ़ी इस मंदिर आंदोलन से जुड़ी हुई थी.  

अयोध्या राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा

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गर्भगृह का पहला पत्थर रखने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज से शिलाओं के रखने का काम तेजी से शुरू हो जाएगा, अब वो दिन दूर नहीं है जब मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर अयोध्या में बनकर तैयार हो जाएगा, यह मंदिर भारत का राष्ट्र मंदिर होगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गर्भगृह का पहला पत्थर रख दिया है. इसके साथ ही उन्होंने मंदिर के आर्किटेक्ट के अलावा कारीगरों को सम्मानित किया.

लंबे समय से तराशे हुए पत्थरों का होगा इस्तेमाल

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब शुभ मुहर्त में मंदिर के गर्भगृह की आधारशिला रख दी है, अब लंबे समय से तराशे जा रहे पत्थरों का उपयोग शुरू हो जाएगा. इसके लिए राजस्थान और अयोध्या में कई नयी वर्कशाप में पत्थरों पर नक्काशी का कार्य तेजी से चल रहा है. राजस्थान के कारीगरों के साथ यूपी के कारीगरों को भी इस कार्य में लगाया गया है.  

गौरतलब है किअयोध्या के श्री रामजन्मभूमि कार्यशाला में पत्थर तराशने का कार्य 1992 से चल रहा है. अभी तक मंदिर निर्माण के लिए पिलर्स पर नक्काशी का कार्य लगभग पूरा हो गया है. छत के पत्थरों को तराशने का कार्य भी काफी हद तक पूरा हो चुका है. अब पिलर्स को आपस में जोड़ने के लिए बीम के पत्थरों पर नक्काशी का कार्य रामकारसेवक पुरम में शुरू हो गया है. पहली बार पत्थर तराशने के लिए अस्थाई कार्यशाला का निर्माण किया गया है, जिसमें अभी 15 कारीगर काम कर रहे हैं लेकिन शीघ्र ही इनकी संख्या 50 होने वाली है. ऐसी ही 3 कार्यशाला राजस्थान में भी स्थापित की गयी है, जहां से पत्थरों को तराशने के बाद अयोध्या लाया जा रहा है. 

यूपी और राजस्थान के कारीगर मिलकर करेंगे भव्य राममंदिर का निर्माण

6 फीट मोटी होगी गर्भगृह की दीवार

मंदिर के गर्भगृह की दीवारें 6 फीट मोटी बनाई जाएंगी. मंदिर का निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा किया जा सके जिसको लेकर मंदिर के गर्भगृह में लगने वाले पत्थरों की नक्काशी भी तेज गति से हो रही है. नक्काशी का जो काम है वो रामजन्म भूमि की कार्यशाला में किया जा रहा है. 1990 से श्री रामजन्म भूमि की कार्यशाला में रखे गए पत्थर के उपयोग होने का समय भी आ गया है यह पत्थर जल्द से जल्द राम जन्मभूमि के परिसर में पहुंचेंगे जिससे मंदिर का निर्माण कार्य को गति मिल सके.

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