लद्दाख के पास चीन कर रहा निर्माण, सैटेलाइट तस्वीरों के हवाले से US के टॉप जनरल ने किया खुलासा

08 Jun, 2022
Sachin
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लद्दाख के पास चीन का निर्माण को लेकर अमेरिका ने भारत को सावधान रहने की चेतावनी दी है. अमेरिका के शीर्ष जनरल ने एनडीटीवी को दिए गए इंटरव्यू में बताया कि लद्दाख सीमारेखा के पास चीन की हरकते संदिग्ध दिखाई देती है.

नई दिल्ली: अमेरिका ने भारत को चेतावनी दी है कि लद्दाख में चीनी गतिविधियां बहुत तेजी से आंख खोलने वाली हैं और कुछ ऐसा ढांचा चीन ने तैयार किया है जो खतरे की घंटी बजा सकता है. अमेरिकी जनरल चार्ल्स ए फ्लिन (Charles A. Flynn) ने इसे चीन का “अस्थिर करने वाला प्रयास और संबंधों को नुकसान पहुंचाने वाला व्यवहार” बताया है. बताया जा रहा है कि वह हिमालयी क्षेत्र में चीन की तरफ हो रहे निर्माण कार्य किए की ओर इशारा कर रहे थे. एशिया-प्रशांत क्षेत्र को देखने वाले जनरल ने कहा कि, मेरा विचार है कि चीन की गतिविधि का यह स्तर आंखें खोलने वाला है. मेरे विचार से पश्चिमी थिएटर कमांड में कुछ निर्माण के खतरे की खंटी बजाता है. और पूरे सैन्य-साजो सामान के साथ, किसी को यह सवाल जरुर पूछना पड़ेगा कि चीन ऐसा क्यों कर रहा है? 

वहीं, लद्दाख के पास चीन का निर्माण को लेकर अमेरिका ने भारत को सावधान रहने की चेतावनी दी है. अमेरिका के शीर्ष जनरल ने एनडीटीवी को दिए गए इंटरव्यू में बताया कि लद्दाख सीमारेखा के पास चीन की हरकते संदिग्ध है. सेटेलाईट के माध्यम से मिली सूचना के अनुसार उन्होंने बताया कि चीन उस इलाके में कोई निर्माण कार्य का ढांचा तैयार करने में लगा हुआ है.

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पेंगोंग झील के पास चीनी पुलों का निर्माण

अमेरिकी जनरल फ्लिन ने बताया, भारत और अमेरिका दोनों देशों की सेनाओं के लिए ये एक शानदार अवसर हो सकता जिसका वो साथ रहकर फायदा उठा सकते हैं. आपको बता दें कि इसके पहले जनवरी में भी ये खबरें मीडिया में सामने आईं थीं कि पेंगोंग झील के पास चीनी पुलों का निर्माण किया जा रहा है. इस इलाके में बड़ी संख्या में भारतीय सेना के जवान तैनात हैं.  

अमेरिकी जनरल फ्लिन

भारत और अमेरिका इस अक्टूबर में युद्ध अभ्यास के हिस्से के रूप में हिमालय में 9,000-10,000 फीट की ऊंचाई पर उच्च प्रशिक्षण मिशन आयोजित करने के लिए तैयार है. लेकिन अभी स्थान निर्दिष्ट नहीं किया गया है. इसके बाद भारतीय सेनाएं अलास्का में भीषण ठंड के मौसम की स्थिति में प्रशिक्षण लेंगी.

भारत और अमेरिका युद्ध अभ्यास के लिए हिमालय में 10,000 फीट की ऊंचाई पर प्रशिक्षण मिशन आयोजित करने के लिए तैयार है

इसमें नई तकनीक, वायु सेना की संपत्ति, हवाई हमले, रसद और वास्तविक समय के आधार पर सूचना साझा करना शामिल हैं. जनरल फ्लिन ने कहा, “ये सभी अमूल्य अवसर हैं, जिनका भारतीय सेना और अमेरिकी सेना फायदा उठा सकते हैं. जनवरी में उपग्रह चित्रों में दिखाया गया था कि पैंगोंग झील के पार एक चीनी पुल का निर्माण किया जा रहा है, जो एक प्रमुख बुनियादी ढांचा निर्माण है, जिसका भारतीय सेना के लिए गहरा सैन्य प्रभाव है, जो इस क्षेत्र में भारी रूप से तैनात है.

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