देहरादून, 15 अप्रैल 2024: भगवान शिव के चार पवित्र धामों – बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री – की वार्षिक तीर्थयात्रा, चार धाम यात्रा 2024 के लिए पंजीकरण आज से प्रारंभ हो गया है। श्रद्धालु उत्तराखंड पर्यटन विभाग के आधिकारिक पोर्टल (https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/signin.php) पर 15 अप्रैल से ऑनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं।
यात्रा की प्रमुख तिथियां:
- कपाट खुलने की तिथियां:
- गंगोत्री और यमुनोत्री: 10 मई 2024
- केदारनाथ: 10 मई 2024
- बद्रीनाथ: 12 मई 2024
- यात्रा समापन:
- गंगोत्री और यमुनोत्री: 29 अक्टूबर 2024
- केदारनाथ: 6 नवंबर 2024
- बद्रीनाथ: 18 नवंबर 2024
पंजीकरण प्रक्रिया:
- श्रद्धालु https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/signin.php पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं।
- पंजीकरण के लिए, श्रद्धालुओं को आवश्यक दस्तावेजों (पहचान प्रमाण, आयु प्रमाण, फोटो) की स्कैन प्रतियां अपलोड करनी होंगी।
- पंजीकरण शुल्क ₹ 50 प्रति व्यक्ति है।
- पंजीकरण के बाद, श्रद्धालुओं को एक ई-रसीद और यात्रा परमिट प्राप्त होगा।
महत्वपूर्ण जानकारी:
- पिछले साल, 74 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने चार धाम यात्रा की थी।
- इस साल, यात्रा मार्गों और सुविधाओं में सुधार के लिए व्यापक तैयारियां की जा रही हैं।
- ऊंचाई पर स्थित होने के कारण, यात्रा के लिए उचित स्वास्थ्य और शारीरिक तैयारी आवश्यक है।
यात्रा मार्ग:
चार धाम यात्रा को दक्षिणावर्त दिशा में पूरा करना चाहिए, यमुनोत्री से शुरू होकर गंगोत्री, केदारनाथ और अंत में बद्रीनाथ पर समाप्त होता है।
यात्रा विकल्प:
श्रद्धालु सड़क या हवाई मार्ग (हेलीकॉप्टर सेवाएं उपलब्ध) से यात्रा कर सकते हैं।
सुरक्षा और स्वास्थ्य:
- ऊंचाई पर स्थित होने के कारण, तीर्थयात्रियों को ऊंचाई वाली बीमारी (एएमएस) के लक्षणों के प्रति सचेत रहना चाहिए।
- पर्याप्त मात्रा में पानी पीना और धूप से बचाव करना महत्वपूर्ण है।
- यात्रा के दौरान किसी भी स्वास्थ्य समस्या के मामले में, तत्काल चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए।
चार धाम यात्रा हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए एक आध्यात्मिक और जीवन बदलने वाला अनुभव है। इस साल, ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया के साथ, श्रद्धालुओं के लिए पंजीकरण करना और इस पवित्र यात्रा का आनंद लेना पहले से कहीं अधिक आसान हो गया है।
अधिक जानकारी के लिए:
- आप https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/signin.php पर जा सकते हैं।
- आप पर्यटन विभाग, उत्तराखंड से संपर्क कर सकते हैं।
Deepa Rawat