डायरेक्ट्रोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस ने 2012-13 में पोटाश घोटाले का खुलासा किया था. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अनुसार अग्रसेन गहलोत की कंपनी अनुपम कृषि, म्यूरियेट ऑफ पोटाश (एमओपी) फर्टिलाइजर के एक्सपोर्ट पर बैन होने के बावजूद उसके निर्यात में शामिल थी.
नई दिल्ली: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत के घर पर सीबीआई ने छापा मारा है. इससे पहले अग्रसेन गहलोत के घर ईडी का छापा भी पड़ा था. लेकिन कुछ राजनीतिक जानकार सीबीआई की इस कार्रवाई को राहुल गांधी के लिए अशोक गहलोत द्वारा दिल्ली में किए जा रहे प्रदर्शन से जोड़कर भी देखा जा रहा है.
मीडिया की ख़बरों की माने तो शुक्रवार सुबह सीएम गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत के घर सीबीआई की टीम पहुंची गई थी. बताया जा रहा है कि इस टीम में पांच अधिकारी दिल्ली से और पांच अधिकारी जोधपुर से हैं. फिलहाल टीम के सदस्य जांच में जुटे हुए हैं. वहीं अग्रसेन गहलोत घर पर ही हैं. सीबीआई की एक टीम उनके पावटा स्थित दुकान पर भी पहुंची है.

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क्या है मामला
डायरेक्ट्रोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस ने 2012-13 में पोटाश घोटाले का खुलासा किया था. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अनुसार अग्रसेन गहलोत की कंपनी अनुपम कृषि, म्यूरियेट ऑफ पोटाश (एमओपी) फर्टिलाइजर के एक्सपोर्ट पर बैन होने के बावजूद उसके निर्यात में शामिल थी. एमओपी को इंडियन पोटाश लिमिटेड (आईपीएल) निर्यात कर किसानों को सब्सिडी पर बेचती है. अग्रसेन गहलोत आईपीएल के ऑथराइज्ड डीलर थे.

2007 से 2009 के बीच उनकी कंपनी ने सब्सिडाइज रेट पर एमओपी खरीदा. उसे किसानों को बेचने के बजाय मुनाफा में दूसरी कंपनी को बेच दिया गया. उन कंपनियों ने एमओपी को इंडस्ट्रियल सॉल्ट के नाम पर मलेशिया और सिंगापुर पहुंचा दिया. इस मामले की जांच ईडी में लंबित चल रही है। इस मामले में कस्टम विभाग ने अग्रसेन की कंपनी पर करीब 5.46 करोड़ रुपए की पेनाल्टी भी लगाई थी.