अब तक बुलडोजर की चर्चा उत्तर प्रदेश में ही हुआ करती थी, लेकिन अब ये दूसरे राज्यों में भी चर्चा का विषय बन गया है. उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के ‘बुलडोजर मॉडल’ को अब दूसरे राज्य भी अपनाना शुरू हो गया हैं.
नई दिल्ली: दिल्ली के जहांगीरपुरी में अवैध कब्जों पर बुधवार को प्रशासन के आदेश के बाद बुलडोजर चलाया गया. दो घंटे की कार्रवाई में कई मकानों के हिस्से और दुकानें तोड़ दी गईं. इस कार्रवाई में चौंकाने वाली बात तब सामने आई जब सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर की कार्रवाई पर स्टे लगा दिया था लेकिन उसके 2 घंटे बाद भी प्रशासन ने बुलडोजर से लोगों के घर तोड़ने जारी रखें.

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अब तक बुलडोजर की चर्चा उत्तर प्रदेश में ही हुआ करती थी, लेकिन अब ये दूसरे राज्यों में भी चर्चा का विषय बन गया है. उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के ‘बुलडोजर मॉडल’ को अब दूसरे राज्य भी अपनाना शुरू हो गया हैं. लेकिन बुलडोजर के कार्रवाई सिर्फ अभी तक भाजपा शासित राज्यों में ही रही है. 2022 के विधानसभा चुनाव में तो बुलडोजर बकायदा एक मुद्दा भी बन गया था. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ‘बुलडोजर बाबा’ का नाम दे दिया था. ये नाम और किसी ने नहीं, बल्कि समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दिया था.

उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और गुजरात के बाद बुलडोजर आज राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी में भी चला. हालांकि कुछ घंटे की कार्रवाई के बाद ही सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी. इन दिनों बुलडोजर का बोलबाला हर जगह देखने को मिल रहा है.
बुलडोजर की शुरुआत आखिर कब और कैसे हुई. तो आपको बता दें कि सबसे पहले बुलडोजर की चर्चा उत्तर प्रदेश से शुरू हुई थी. यूपी विधानसभा चुनाव के प्रचार-प्रसार के दौरान तो बकायदा बुलडोजर को मुद्दा भी बनाया गया था. इतना ही जब यूपी विधानसभा के चुनाव का रिजल्ट आया अरु उसमें बीजेपी को प्रचंड बहुमत के साथ जीत मिली तो उसके बाद उनके प्रशंसकों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बुलडोजर बाबा के नाम से भी बुलाने लगे थे.
रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने दो दर्जन से ज्यादा माफियाओं के घर बुलडोजर से ढहाया हैं और साथ ही 500 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की है. फरवरी 2021 में सरकार ने विधान परिषद में बताया था कि 2017 में बीजेपी सरकार आने के बाद से अब तक 67 हजार एकड़ से ज्यादा की जमीन को माफियाओं से छुड़ाया गया है.

बुलडोजर की खास बात ये है कि अब ये बुलडोजर उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं रहा है. बल्कि अब यूपी से होते हुए बुलडोजर मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तराखंड में भी अपराधियों की संपत्तियों के खिलाफ चलने लगा है. पहले मध्य प्रदेश के खरगौन, फिर गुजरात के खंभात, उत्तराखंड और अब राजधानी दिल्ली तक ये पहुंच गया है. बुलडोजर बाबा के बाद अब मध्य प्रदेश के सीएम को भी “बुलडोजर मामा” के नाम से भी जाने जाना लगा है.
